भारत-चीन के बीच सीमा का विवाद का मुद्दा हमेशा से गरम रहता है। चीन के द्वारा भारत की सीमा पर हमेशा ही नापाक हरकतें की जाती रही हैं।
- इसी के बीच एक अच्छी खबर आयी है।
- इस खबर से अच्छे संकेत मिल रहे हैं।
- भारत और चीन ने मिलकर बुधवार को सीमा पर होने वाले विवाद के मुद्दे को निपटाने के लिए एक ‘शांतिपूर्ण बातचीत’ पर पहल करने पर अपनी अपनी सहमति जतायी है।
- आपको बता दें कि इस सहमती की पहल तब की जा रही है जब पाकिस्तान के आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर पर भारत के द्वारा प्रतिबंध लगाने की माँग की कोशिशों पर संयुक्त राष्ट्र में चीन ने नकारत्मक रवैया दिखाया है।
- भारत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भारत चीन सीमा विवाद को सुलझाने के तरीकों पर वार्ता करने के लिए चीन के समकक्ष यांग यांग जिची से 19वें दौर की सालाना वार्ता में यह फैसला लिया।
- यांग यांग जिची ने इस बैठक में अपने उद्घाटन भाषण में भारत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का स्वागत किया।
- यांग यांग जिची ने कहा कि ‘चीन-भारत’ संबंध हमेशा से विशेष महत्व रखते हैं।
- चीन भारतीय पक्ष के साथ इस महत्वपूर्ण अवसर का इस्तेमाल द्विपक्षीय संबंधों, सीमा के प्रश्न, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तथा अन्य साझा हितों के मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श के लिए करने के लिये तैयार है।
ऐसे हालात में जब चीन हमेशा से ही पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है तो क्या चीन भारत के साथ सीमा विवाद को सुलझाने में भारत के साथ सकारत्मक रवैया अपनायेगा। ये तो आने वाला समय ही बतायेगा। मगर क्या भारत की तरफ से उठाया जाने वाला यह कदम सकारात्मक सिद्ध होगा ये देखना जरुर ही दिलचस्प होगा।