जैसा की सब जानते हैं आज विजयादशमी का पर्व है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है। हर साल लोग बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में रावण के बड़े-बड़े पुतले बनाकर जलाते हैं।

50 सालों से बना रहे हैं पुतले :

  • नवरात्रि के पावन त्योहार के बाद आता है विजयदशमी का का त्योहार।
  • इस दिन लोग रावण, मेघनाथ आदि के पुतले बनाकर उन्हें जलाते हैं।
  • ऐसा इसलिए किया जाता है क्योकि भगवान राम ने आज ही के दिन रावण का वध किया था।
  • इसके साथ ही आज ही के दिन माँ दुर्गा ने राक्षसों का भी वध किया था।
  • इसलिए इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर मनाया जाता है।
  • वैसे तो कई शहरों में रावण के पुतलों का दहन होता है लेकिन देश में एक जगह ऐसी है जो रावण की फैक्ट्री कहलाती है।
  • यह रावण की फैक्ट्री पंजाब के जलंधर में स्थित है एक गली है।
  • इस जगह को फैक्ट्री इसलिए कहते हैं क्योकि यहाँ 500 से ज्यादा पुतले दशहरे के लिए तैयार किए जाते हैं।
  • हर साल यहाँ 5 फुट से लेकर 60 फुट तक के पुतले बनाए जाते हैं।
  • इसके साथ ही इन पुतलों की कीमत ऊंचाई और क्वालिटी के हिसाब से तय होती है।
  • रावण के पुतलों वाली ये गली जालंधर की पुरानी जेल रोड के ठीक सामने स्थित है।
  • 50 साल से भी ज्यादा वक्त से यहां रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले बनाये जाते हैं।
  • आपको बता दें कि यहां बने रावण के पुतले ना केवल देश में बल्कि विदेश तक जाते हैं।
  • कपूरथला की एक मंदिर प्रबंधक कमेटी तो हर साल जालंधर से रावण के पुतले खरीदकर इंग्लैंड भेजती है।
  • आपको बता दें कि इस साल वहाँ 5 पुतले भेजे गए हैं।
  • रावण के हर तरह के पुतले तैयार करने वाले इन लोगों के अपने और काम भी हैं।
  • परंतु दशहरे से करीब एक महीने पहले से ये पुतले बनाने में जुट जाते हैं।
  • इसके साथ ही बच्चों से लेकर महिलाएं और पूरा परिवार पुतले बनाने में मदद करता है।

 

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