भारत का इतिहास अपने आप में कई महत्ता लिए हुए है. जिसके तहत इस देश का प्रत्येक दिन बहुत ख़ास है. इतिहास के पन्ने कई ऐसे राज़ अपने अंदर छुपाये है. जिनपर से जब पर्दा उठता है तो कई ऐसे वाक्या सामने आते हैं जिन्हें जानकर ना केवल देश के प्रति सम्मान जगता है, बल्कि और जानने का कौतूहल भी जाग उठता है. आइये जानते हैं आज के दिन की इतिहास में क्या महत्ता है.
आज ही के दिन रिलीज़ हुआ था देश का पहला टॉकी कार्यक्रम :
- जैसा कि सब जानते हैं आलम आरा देश की पहली टॉकी फिल्म थी.
- परंतु बहुत कम लोग जानते होंगे कि इस फिल्म से ओअहाले देश का एक टॉकी कार्यक्रम भी शुरू हुआ था.
- आपको बता दें कि 1931 में कृष्णा फिल्म कंपनी द्वारा देश का पहला टॉकी कार्यक्रम शुरू किया गया था.
- जिसका नाम कृष्णा टॉकी प्रोग्राम नंबर 1 रखा गया था.
- आज ही के दिन इस कार्यक्रम को सेंसर बोर्ड से अनुमति मिली थी.
- आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में कई तरह के गाने जिनमें अरबी गाने, हिंदी गाने,
- ऑर्केस्ट्रा के गाने आदि शामिल थे, इसके अलावा इसमें सभी प्रदेशी भाषाओं के गाने भी आते थे.
इतिहास की अन्य झलकियाँ :
- 1922 में आज ही के दिन महात्मा गाँधी द्वारा चौरी-चौरा कांड के विरोध में 5 दिन का उपवास रखा गया था.
- 1949 में आज ही के दिन महात्मा गाँधी की मृत्यु पर चल रहे मामले का कोर्ट द्वारा फैसला सुनाया गया था.
- 1991 में आज ही के दिन कुवैत में फंसे 1.2 लाख भारतीय भारत सरकार की मदद से वापस आये थे.
- 1992 में आज ही के दिन खिलाड़ी दिलीप वेंगसरकार के टेस्ट क्रिकेट कैरियर का आखिरी दिन था.
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