रेलवे ने अपनी 160 साल पुरानी बच्चों के हॉफ टिकट की सुविधा को खत्म कर दिया है। अब ट्रेन में यात्रा करने वाले परिवारों को अपने 5 से 12 साल के बच्चों का फुल टिकट लेना होगा। ये नई टिकट व्यवस्था अप्रैल महीने से लागू की जाएगी। गौरतलब है की अगर बच्चे की सीट नहीं चाहिए तो यात्री पहले की ही तरह आधा किराया दे सकते हैं।
बजट में की जा चुकी है घोषणा:
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सीनियर डीसीएम नार्दन रेलवे अजीत कुमार सिन्हा के मुताबिक 5 से 12 साल के बच्चों की हाफ टिकट व्यवस्था को रिजर्वेशन वाले टिकटों पर खत्म कर दिया गया है।
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इस वर्ष के रेल बजट में इसकी घोषणा पहले ही की जा चुकी है।
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इसके अलावा जो लोग पहले टिकट बुक करा चुके हैं, उन्हें बढ़े हुए किराए के अनुसार पैसे चुकाने होंगे।
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अनरिजर्वड टिकटों के लिए भी चल रही है बात।
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रेल मंत्रालय अनरिर्जवड टिकटों पर भी फुल टिकट के लिए विचार-विमर्श कर रहा है।
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आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर नए बदलावों के तहत सभी जानकारी अपलोड कर दी गई है।
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हालाँकि रिजर्वेशन फॉर्म में अभी तक बदलाव नहीं हो पाया है।
5 साल से नीचे के लिए नियम में कोई बदलाव नहीं:
अभी तक ट्रेन में सफ़र करने वाले 5 से 12 साल के बच्चों को आधे किराये पर पूरी सीट मिलती थी, जिसके लिए अब पूरा टिकट लेना होगा। गौरतलब है की 5 साल से छोटे बच्चों के लिए बिना टिकट का नियम पहले की तरह से ही लागू रहेगा। उसमे किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया गया है।
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