विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह इराक में मारे गए 38 भारतीयों के अवशेषों को आज भारत वापस लेकर लौट रहे हैं. इराक में कुल 39 भारतीय मारे गए थे, लेकिन एक शव का डीएनए पूरी तरह मैच नहीं होने की वजह से वहां से क्लियरेंस नहीं मिला है. वीके सिंह दोपहर 1.30 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचेंगे.
2014 में आईएसआईएस ने किया था 39 भारतीयों की हत्या:
इस महीने संसद भवन में विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने बताया था कि इराक के मोसूल में आईएसआईएस ने जून 2014 में 40 भारतीयों का अपहरण कर लिया था, जिसमे से एक वहां से भाग निकला. बाकी 39 भारतीयों को बदूश ले जाया गया और उनकी हत्या कर दी गई.
गौरतलब है कि इराक के मोसुल शहर से पिछले साल आईएसआईएस का सफाया हो गया. इसका एलान होने के अगले ही दिन भारत के विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह मोसुल गए. उन्होंने वहां भारतीयों का पता लगाने की कोशिश की. लेकिन उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नही मिल सकी. इसके बाद उन्हें पता चला कि बदूश शहर में एक टीले में बहुत से शव दफनाए गए हैं. खबर मिलने पर भारत के राजदूत और वीके सिंह ने बदूश में डेरा डाल दिया. सिंह और उनके अफसर बदूश के एक खंडहरनुमा मकान में रुके और मृतक भारतीयों के शवों की खोज करने लगे.
मृत भारतीयों की रडार से हुई थी खोज:
इस बारे में सुषमा स्वराज ने संसद और बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- “जब हमें ये पता लगा कि टीले में कुछ शव हैं तो हमने इराक सरकार के साथ मिलकर डीप पेनिट्रेशन रडार से सच्चाई का पता लगाने का फैसला किया. जब ये पुख्ता हो गया कि इसमें शव हैं तो हमने उसकी खुदाई करवाई. जो शव मिले उन सभी का डीएनए टेस्ट कराया गया. 98 से 100% तक सैंपल मैच हो गए तो हमने संसद में इसकी जानकारी देना उचित समझा.”
बता दें कि 39 शवों में से एक शव का डीएनए पूरी तरह मैच नहीं होने की वजह से इराक से क्लियरेंस नहीं मिला है. राज्य विदेश मंत्री खुद 38 भारतीयों के पार्थिव अवशेषों को उनके घर पहुचाएंगे. भारतीयों के अवशेष लाने बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर से लाए जा रहे हैं. बता दें कि बोइंग सी-17 एक बड़ा मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है. अवशेषों को बगदाद एयरपोर्ट से भारत लाया जाएगा. इराक में भारतीय राजदूत प्रदीप राजपुरोहित ने बताया कि अवशेषों को रविवार को ही भारतीय अफसरों को सौंप दिया गया है.
पंजाब के 27 और हिमाचल के चार लोगों के पार्थिव अवशेष अमृतसर में उतारे जाएंगे. अमृतसर के बाद सम्बंधित राज्यों के पार्थिव अवशेष शाम 6 बजे कोलकाता और 8 बजे पटना पहुंचेंगे. सरकार का कहना है कि पीड़ित परिवारों को एयरपोर्ट आने की ज़रूरत नहीं है, अपनों के पार्थिव अवशेष उनके घरों तक पहुंचाए जाएंगे.