विधानसभा चुनाव के आये नतीजे के बाद देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए मिसाल बन चुकी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर कई तरह के सवालों के बौछार किये जा रहे हैं। ऐसे में अगर कहीं समस्या है तो वह राजनीतिक मूल्ययांकन में। क्योंकि भारतीय वोटिंग मशीन इंटरनेट से जुड़ी नहीं है इसीलिए ईवीएम की जानकारी हैक होना यह मात्र भ्रम हो सकता है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने दिया बयान:
- मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने ईवीएम पर उठ रहे सवाल पर दिया बड़ा बयान।
- उन्होंने ईवीएम से छेड़छाड़ या गड़बड़ी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
- कहा ‘भारतीय मशीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं और कोई भी यह नहीं दिखा पाएगा कि ईवीएम में छेड़छाड़ की जा सकती है।’
- आगे कहा कि मशीन की विश्वसनीयता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करने वाले सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा कि ईवीएम विश्वसनीय और सुरक्षित है।
- अब तक राज्यों के 107 चुनाव और तीन संसदीय चुनावों में इन ईवीएम का इस्तेमाल किया गया है।
भारतीय खोज है ईवीएम मशीन:
- आपको बता दें कि ईवीएम मशीन की निर्माता भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की दो कंपनियां हैं।
- ये दोनों कंपनियां भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड बेंगलुरू और इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड हैदराबाद हैं।
- भारतीय वोटिंग मशीन की खास बात ये कि यह इंटरनेट से जुड़ी नहीं है।
- दुनिया में सर्वश्रेष्ठ तकनीक वाली और सुरक्षित मशीन है भारत की ईवीएम।
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ईवीएम मशीन को न सिर्फ आधुनिक भारत की ही बल्कि विश्व की सबसे बेहतरीन खोज मानी जाती है।
जानिए ईवीएम मशीन के बारे में :
- जब आप मतदान करते हैं तो ईवीएम में पड़ने वाला हर वोट सीधे चिप में रिकॉर्ड हो जाता है।
- ईवीएम वोटिंग डेटा को एक साधारण आयातित चिप में रिकॉर्ड होता है जो बहुत छोटी होती है।
- अगर चिप से खुद ही डेटा नष्ट हो जाए या बैटरी खत्म होने या अचानक बिजली जाने के बाद भी डेटा रिकवर कर सकते हैं।
- आपको जानकर हैरानी होगी कि चिप बनाने वालों को यह पता नहीं होता कि पूर्व से लेकर पश्चिम तक में इसका उपयोग कहां होगा।
- ईवीएम से कोई छेड़छाड़ न हो यह सुनिश्चित करने के लिए इसे कई चरणों में सील की जाती है।
- इस कारण किसी के लिए यह पता लगाना असंभव है कि किस निर्वाचन क्षेत्र में किस मशीन का उपयोग होगा।
ईवीएम में हो रहे कुछ और बदलाव:
- चुनाव मतदान को और अधिक निष्पक्षता लाने के लिए अब इसमें कुछ बदलाव किया जा रहा है।
- अब ईवीएम में पेपर ऑडिट ट्रायल भी धीरे-धीरे शुरू किया जा रहा है।
- जिसमें मतदाता को वोट का सत्यापन करने वाली पर्ची भी मिलेगी।
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