2019 के लोकसभा चुनावों की सभी पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है। इनमें सबसे तेज बहुजन समाज पार्टी चल रही है जिसने उत्तर प्रदेश में भाजपा को घेरने के लिए जहाँ सपा से गठबंधन किया है तो वहीँ हरियाणा में विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) से गठबंधन किया है। इसके अलावा कर्नाटक में बसपा का जेडीएस के साथ गठबंधन हुआ है। अब इस गठबंधन की संयुक्त रैली की तारीख़ का खुलासा हो गया है।

29 अप्रैल को होगी संयुक्त रैली :

हरियाणा में INLD व बीएसपी गठबंधन की घोषणा के बाद दोनों पार्टियां पहली बार संयुक्त रूप से रैली करने जा रही हैं। दोनों पार्टियों की रैली पहली बार 29 अप्रैल को हरियाणा की बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में होने जा रही है। इस रैली के संयोजक आईएनएलडी नेता ऋषिराज राणा हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बीजेपी सरकार की आंखें खोलने के लिए ये रैली निकाली जाएगी। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला व हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला शिरकत करेंगे। रैली की सफलता के लिए बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव समयपुर, तिगरा, रामगढ़, धूमसपुर, बाबूपुर, टीकली, पलड़ा, सकतपुर, झाड़सा व फर्रुखनगर खंड के गांवों में लाकर लोगों को अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का न्यौता दिया है।

 

ये भी पढ़ें: राष्ट्रपति आज दो दिवसीय मध्य प्रदेश दौरे पर, करेंगे कई कार्यक्रमों में शिरकत

 

ख़ास रणनीति के तहत काम कर रही बसपा :

बहुजन समाज पार्टी और उसकी मुखिया एक ख़ास रणनीति के तहत लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही हैं। मायावती एक गैर भाजपा और गैर कांग्रेस मोर्चा बनाने के पक्ष में हैं जो NDA और UPA का विकल्प बन सकता है। यही कारण है कि यूपी में सपा के साथ तो अन्य राज्यों में भी बसपा ने गठबंधन करना शुरू कर दिया है। इस तरह ज्यादा से ज्यादा सीट बसपा को हासिल हो सकती हैं और मायावती गठबंधन का नेता होने का दावा भी कर सकी हैं। इस गठबंधन में शामिल अन्य दलों को भी मायावती को गठबंधन का नेता बनाने पर कोई ऐतराज नहीं होगा।

 

ये भी पढ़ें: कर्नाटक में वोट देना चाहता है माल्या,आज लंदन कोर्ट में हुई सुनवाई

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें