फरीदाबाद में देश के राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला सामने आया है। जिसमें तिरंगे का अपमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के रोड शो में हुआ है। हैरानी की बात यह है कि जिस खुली जीप में सीएम रोड शो कर रहे थे, उसी जीप में तिरंगा उल्टा लगा हुआ था और किसी की नजर नहीं पड़ी। करीब 1 घंटे 10 मिनट के बाद किसी अधिकारी की नजर पड़ी तो उसे उतार दिया गया। इसके बाद काफिला बिना तिरंगे के चलाया गया।
नहीं पड़ी किसी भी नेता, अधिकारी की नजर
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर एक खुली जीप में फरीदाबाद के बडख़ल विधानसभा क्षेत्र के बाज़ार में रोड शो करने निकले थे। जहां उनके जीप पर जो तिरंगा लगाया गया था वह उल्टा लगाया गया था। सीएम के इस शो को लेकर काफी समय से तैयारियां की जा रही थीं। जिसमें सैकड़ों सुरक्षाकर्मियों और भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में यह रोड शो हुआ। रोड शो के दौरान पार्टी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री को फूल मालाएं और बुके देने में व्यस्त दिखे। लेकिन न तो किसी सुरक्षाकर्मी, अधिकारी या फिर पार्टी के नेता या कार्यकर्ता का ध्यान देश के सम्मान के प्रतीक तिरंगे के हो रहे अपमान की तरफ नहीं गया।
जीप के ड्राईवर को किया गया सस्पेंड
हालांकि रोड शो की पूरी यात्रा उल्टे तिरंगे में ही निकाल दी गई, किसी अधिकारी ने पहले देखा तक नहीं। अंतत: जब किसी तरह यह बात एसपी सीआईडी के संज्ञान में पहुंची तो बड़ी कार्रवाई की गई। एसपी ने तुरंत प्रभाव से जीप ड्राईवर को सस्पेंड कर दिया है, जो कि सीआईडी यूनिट से ही तैनात किया गया था।
तिरंगे का अपमान दंडनीय
हाई कोर्ट के एडवोकेट ओपी शर्मा ने कहा कि तिरंगे का अपमान करने पर राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा-2 के तहत केस दर्ज किया जाता है। इस मामले में 3 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। आरोपित अधिकारियों के खिलाफ इस मामले में केस दर्ज होना चाहिए।