हर वर्ष 8 सितंबर को पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है। व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामाजिक रूप से साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
ज्ञान है जीवन की रोशनी-
- हर साल 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- इस खास दिन को मनाने का उद्देश्य है दुनिया में शिक्षा की रोशनी पहुंचना।
- नागरिक अपने अधिकार और कर्तव्य के प्रति सजग बनने और एक शिक्षित राष्ट्र का निर्माण के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
- अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिये वयस्क शिक्षा और साक्षरता की दर को दोबारा ध्यान दिलाने के लिये इस दिन को खासतौर पर मनाया जाता है।
लिट्रेसी इन डिजिटल वर्ल्ड-
- अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस अपनी 51वीं सालगिरह मना रहा है।
- तेजी से टेक्नोसेवी होती दुनिया में इंटरनेशनल लिट्रेसी डे 2017 की थीम लिट्रेसी इन डिजिटल वर्ल्ड रखा गया है।
- इस वर्ष यूनेस्को के हेडक्वार्टर में साक्षरता दिवस दो दिन 7 और 8 सितंबर को सेलिब्रेट किया जा रहा है।
- वैश्विक निगरानी रिपोर्ट के अनुसार हर पांच में से एक पुरुष और दो तिहाई महिलाएं अनपढ़ है।
- जबकि 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में 82.1 फीसदी पुरुष और 64.4 फीसदी महिलाएं ही साक्षर हैं।
- साक्षरता का यह आंकड़ा पिछले दस वर्षों में बढ़ा तो है।
- लेकिन इसकी खास बात है कि साक्षरता दर में महिलाओं का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।
- अगर अतंरराष्ट्रीय साक्षरता की दर को देखा जाए तो भारत आज भी दस प्रतिशत पीछे है।
- 2011 में भारत की साक्षरता दर 74 फीसदी थी।
- जबकि विश्व की साक्षरता दर 84 फीसदी दर्ज की गई थी।
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