आज समूचे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है। कहीं एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है तो कहीं साप्ताहिक संगोष्ठी का आयोजन हो रहा है। महिलाओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के लिए इंटरनेशनल वुमेन्स डे को सब जगह विशेष रूप से मनाया जा है। आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को आधिकारिक तौर पर पहचान पहली बार 1911 में मिली। इस साल हम 106वां अतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रहे हैं।
वर्ष 2017 का थीम ‘लैंगिग समानता’:
- प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एक विशेष थीम पर आधारित होता है।
- इस साल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का थीम ‘वीमेन इन द चेंजिंग वर्ल्ड ऑफ वर्क-प्लानेट 50-50 बाय 2030’ है।
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार दुनिया हर क्षेत्र में महिलाओं का योगदान निरंतर बढ़ा है।
- इसलिए लैंगिग समानता पर अब ये थीम आधारित होगी।
- बात जब नेतृत्व की हो तो उसमें लिंग भेद समाप्ति के साथ समान अधिकार समान अवसर की बात कही गई है।
थीम का लक्ष्य :
- इस थीम के तहत महिलाओं के सशक्तिकरण और सतत विकास का लक्ष्य रखा गया है।
- जिसे 2030 तक इस लक्ष्य को प्राप्त करना है।
- इसके तहत जेंडर इक्वेलिटी स्थापित हो, साथ ही सभी महिलाओं को सशक्त बनाया जाए।
- लड़कियों को बेहतरीन शिक्षा और मानवाधिकार के प्रति जागरुक बनाया जाए।
- साथ ही जो घरेलू कामकाजी महिलाएं हैं, उन्हें भी पहचान मिलने पर जोर दिया जाना चाहिए।
1911 से पहले मनाया गया महिला दिवस:
- महिला दिवस को सबसे पहले 28 फरवरी 1909 को अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी के आह्वान पर मनाया गया था।
- जिसे बाद में फरवरी के आखिरी रविवार को मनाया जाने लगा।
- 1910 में महिला कार्यालय की नेता ‘कालरा जेटकीन’ ने जर्मनी में इंटरनेशनल वूमेन डे का मुद्दा उठाया।
- कालरा जेटकीन ने सुझाव दिया कि सभी देशों को साल में एक दिन महिला को प्रोत्साहन के रूप में मनाना चाहिए।
- इसके बाद 1911 में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को आधिकारिक तौर पर पहचान पहली बार मिली।
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