IRCTC ने राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों के टिकट बुकिंग के दौरान कुछ नियमों में बदलाव किया जायेगा।
शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में खाना लेना या ना लेना अब पैसेंजर पर निर्भर करेगा। जबकि पहले ऐसा नहीं होता था।रेलवे टिकट बुकिंग के दौरान इस अनिवार्यता को खत्म करने जा रहा है। यात्री टिकट लेते समय ये बताएंगे कि वे खाना लेंगे या नहीं और टिकट का चार्ज भी उसी आधार पर तय होगा।
जो यात्री खाना नहीं लेंगे, उन्हें टिकट बुक करते वक्त केटरिंग का पैसा नहीं देना होगा। IRCTC के मुताबिक, इसकी शुरुआत 15 जून से होगी।
फ़िलहाल रेलवे इसका ट्रायल करेगा जिसके तहत 2 शताब्दी और 2 राजधानी ट्रेनों में ये नियम लागू होगा। ये चार ट्रेनें हैं:
- निजामुद्दीन-मुंबई सेंट्रल अगस्त क्रांति राजधानी
- हावड़ा-पुरी शताब्दी एक्सप्रेस
- नई दिल्ली-पटना राजधानी,
- पुणे-सिकंदराबाद शताब्दी और
ट्रेनों में अनिवार्य कैटरिंग सेवा को वैकल्पिक बनाने का ट्रायल अगर सफल रहा तो बाद में इसे अन्य शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में समान रूप से लागू कर दिया जायेगा। इस नियम के लागू होने के बाद यात्रियों को सहूलियत होगी और पैसे भी बचेंगे।