देश के चर्चित 12 साल पुराने इशरत जहाँ एनकाउंटर में एक नया खुलासा सामने आया है। हाल ही में कुछ दिनों पहले यूपीए सरकार में होम सेक्रेटरी रहे जी.के. पिल्लई ने पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदम्बरम पर केस का एफिडेविट बदलवाने का आरोप लगाया था। उसके बाद होम मिनिस्ट्री के एक पूर्व अफसर आर.वी.एस मणि ने आरोप लगाया है कि एफिडेविट बदलने के लिए उन्हें सिगरेट से दागा गया था।
इशरत को आतंकी न बताने के लिए किया गया टॉर्चर:
यूपीए सरकार के होम मिनिस्ट्री में अंडर सेक्रेटरी रहे आर.वी.एस. मणि ने ‘टाइम्स नाउ’ चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन पर इशरत व उसके साथियों को आतंकी न बताने तथा सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एफिडेविट को बदलने के लिए कहा गया। इशरत मामले में नए सबूत बनाने के लिए बोला गया। इतना ही नही उन्होंने बताया कि एसआईटी के चीफ सतीश वर्मा उन्हें सिगरेट से दागते थे। सीबीआई अफसर उनका हर जगह पीछा करते थे। अंडर सेक्रेटरी मणि ने बताया की उन्हें इतना परेशान किया गया की उनकी फैमिली दहशत में आ गयी थी।
लग चुका है पहले भी आरोप:
पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदम्बरम के ऊपर पहले भी इशरत जहाँ के मामले से सम्बंधित आरोप लग चुके हैं। यूपीए सरकार में होम सेक्रेटरी रहे जी.के.पिल्लई ने इशरत एनकाउंटर में तत्कालीन गृहमंत्री पी.चिदम्बरम पर एफिडेविट बदलवाने का आरोप लगाया था। जिस पर पी. चिदम्बरम ने सफाई देते हुए कहा था की एफिडेविट में कई बातें स्पष्ट नहीं थी, इसलिए एफिडेविट बदलने को कहा गया था।
सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दाखिल:
पूर्व होम सेक्रेटरी के खुलासे के बाद इशरत जहाँ एनकाउंटर में कई रहस्यों पर से पर्दा उठ सकता है। सुप्रीम कोर्ट में इस पूरे मामले की सुनवाई के लिए पिटीशन दाखिल की गयी गयी है। इसमें पी.चिदम्बरम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तथा गुजरात हाईकोर्ट में झूठी गवाही देने व अदालत को गुमराह करने के तहत सुनवाई होगी। इस पिटीशन में चिदम्बरम के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई के साथ, इस मामले में सुओमोटो लिए जाने के भी मांग की गयी है।