आँध्रप्रदेश के रहने वाले डॉक्टर के. राममूर्ति को सरकार के कड़े प्रयासों से गत 14 फरवरी को आतंकवादी संगठन ISIS के चंगुल से छुड़ाया गया है. जिसके बाद उन्होंने अपनी आज़ादी के लिए देश के दिग्गजों का धन्यवाद किया है. इसी बीच उन्होंने अपनी दर्द बहरी दास्ताँ भी बयान की जिसे सोचकर भी रूह काँप जाती है. आपको बता दें कि डॉक्टर राममूर्ति को ISIS द्वारा 18 माह पहले अगवाह कर लिया गया था.
10 दिन के भीतर मारी गयी तीन बार गोली :
- डॉक्टर के. राममूर्ति को 18 माह पहले अगवाह कर लीबिया ले जाया गया था.
- परंतु उनके अगवाह होने के साथ ही उनके बुरे दिनों की जैसे शुरुआत हो गयी थी.
- बता दें कि उन्हें आतंकवादी संगठन ISIS द्वारा अगवाह किया गया था.
- जिसके बाद डॉक्टर राममूर्ति ने अपने उस नरक के 18 माह की दर्द भरी दास्ताँ बयान की है.
- डॉक्टर बताते हैं कि आतंकियों द्वारा उन्हें ज़बरदस्ती कुरान पढने पर मजबूर किया जाता था.,
- यही नहीं उन्हें 10 दिन के भीतर तीन बार गोली मारी गयी थी.
- जिसके बाद उन्हें ज़बरदस्ती ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया था व सर्जरी कराने पर मजबूर किया गया था.
- इसके अलावा उन्हें जबरन हिंसक वीडियो देखने पर मजबूर किया जाता था.
- डॉक्टर बताते हैं कि वे वीडियो इतनी हिंसक होती थी, जिन्हें एक आम इंसान को देख पाना बेहद मुश्किल होता है.
- आपको बता दें कि डॉक्टर के अनुसार कुछ आतंकवादियों ने रमजान के दौरान उनसे मदद मांगी थी,
- परंतु उनके इनकार करने पर ये आतंकी डॉक्टर के अपने साथ अगवाह करके ले गए थे.
- जिसके बाद उन्होंने डॉक्टर को सिर्ते नामक शहर में ले जाया गया.
- बता दें कि इसके बाद उन आतंकियों ने डॉक्टर को एक ज़मीन के नीचे बनी जेल में बंद कर दिया था.
- डॉक्टर के अनुसार आतंकियों ने उनसे उनके अस्पताल में काम करने के लिए दबाव बनाया था.
- परंतु डॉक्टर ने इस काम को करने से साफ़ इनकार कर दिया गया था.
- जिसके बाद उनपर आतंकियों द्वारा ज़ुल्म किये गए.
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