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अंतरिक्ष में भारत की ‘तीसरी आंख’, पाक-चीन पर रहेगी नजरें

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इसरो ने आज सुबह अपने PSLV C-40/कार्टोसैट-2 मिशन का प्रक्षेपण कर दिया है. यह इसरो का 100वां उपग्रह है जिसने आसमान छुआ है. PSLV C-40 ने 31 उपग्रह को लेकर उड़ान भरी है. जिसमें तीन भारत के और 28 उपग्रह 6 अलग-अलग देशों के हैं.

चीन और पाक पर रखेगा नजर

इसके साथ ही भारत ने चीन और पाकिस्तान पर नजर रखने के लिए जासूसी आंख को अंतरिक्ष में स्थापित कर दिया. यहाँ से पाक के आतंकी कैम्पों पर भारत नजर रखेगा. पाकिस्तान के आतंकी कैंप और बंकर्स की पहचान कर सकती है. साथ ही ये चीन के हर सैन्य हरकत की निगरानी करेगा. चीन से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों में भी ड्रैगन की हर हरकत पर पैनी नजर रखने से इसमें आसानी मिलेगी.

भारत का अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(ISRO) वैसे तो हमेशा ही कुछ नया करता है, परंतु इस बार उसने इतिहास रच दिया है जिसके तहत 15 फरवरी को इसरो द्वारा अंतरिक्ष में एक साथ 104 उपग्रह लांच कर दिए गए हैं. अब उस ऐतिहासिक लम्हें का वीडियो ISRO द्वारा जारी कर दिया गया है जिससे सभी भारतवासी इस घटना को देख कर महसूस कर सकें.

श्रीहरिकोटा में हुआ परिक्षण :

इसरो, जिसे हम भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन भी कहते हैं, ने एक नया इतिहास रच दिया था. जिसके तहत संगठन ने एक साथ 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में लांच कर दिया था. प्रक्षेपण यान PSLV-C37 द्वारा इस कारनामे को अंजाम दिया. आपको बता दें कि इसरो द्वारा यह प्रक्षेपण आँध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा में किया गया  इन सभी उपग्रहों में से 3 उपग्रह भारत के हैं. बता दें कि इन 103 अन्य उपग्रहों का कुल वजन करीब 664 किलोग्राम बताया गया था.

आज PSLV C-40 की लॉन्चिंग इसलिए भी सबसे खास है, क्योंकि भारत में बना कार्टोसेट सीरिज़ का ये आधुनिक उपग्रह है जिसे अंतरिक्ष में भारत की जासूसी आंख कहा जाता है. कार्टोसेट सीरीज़ का ये सांतवा उपग्रह देश की रक्षा और सुरक्षा के लिए बेहद खास माना जा रहा है.

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