भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(ISRO) ने आज फिर एक नया कीर्तिमान रच दिया है. बता दें कि आज इसरो ने अपने PSLV-C38 रॉकेट का सफल प्रक्षेपण कर दिया है. बता दें कि यह लांच आँध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा में हुआ है.
CORSAT-2 सीरीज में है तीसरा सफल प्रक्षेपण :
- इसरो ने आज एक नया कीर्तिमान रच दिया है जिसके तहत आज एक और सफल प्रक्षेपण हुआ है.
- बता दें कि आज आँध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से इसरो के वैज्ञानिकों ने एक रॉकेट को लांच किया है.
- यह रॉकेट PSLV-C38 है जो CORSAT-2 सीरीज में तीसरा रॉकेट है जो लांच हुआ है.
- जिसके बाद इसरो ने आज एक कीर्तिमान रच दिया है और देश को गौरवांवित किया है.
- बता दें कि CORSAT-2 सीरीज भारत के सैन्य बल को मजबूती देने के लिए बनाई गयी है.
- इस रॉकेट को अंतरिक्ष में भेजने का मुख्य कारण 31 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजना है.
- जिसके बाद ये उपग्रह आने वाले समय में सेना को हर संभव मदद पहुँचायेंगे.
- बता दें कि इस रॉकेट के ज़रिये भेजी जाने वाले उपग्रहों की 0.6m x0.6m देखने की क्षमता है.
- जिसके बाद यह अब तक के सबसे मारक उपग्रह माने जा सके हैं.
- आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब भारत के विज्ञान की दिशा में नए कीर्तिमान रचे गए हों.
- बता दें कि इससे पहले भी भारत द्वारा कई नए कीर्तिमान रचे जा चुके हैं.
- बीते दिन भी तमिलनाडु के चेन्नई में एक छात्र द्वारा अपना नाम विज्ञान की दिशा में रौशन किया गया है.
- बता दें कि इस बच्चे ने विश्व का सबसे हल्का उपग्रह बनाया है है जिसे नासा द्वारा लांच कर दिया गया है.
- आपको बता दें कि यह बच्चा अभी 12वीं कक्षा में है जिसने एक नया इतिहास रचा है.
- यही नहीं उसके इस हुनर की कदर करते हुए नासा द्वारा उसके बनाये उपग्रह को लांच भी कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें : 23 जून : जानें इतिहास के पन्नों में आज का दिन क्यों है ख़ास!