भारत के नव नियुक्त चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर ने कोर्ट में खाली जजों के रिक्त पदों पर चिंता जताई है.पूर्व जस्टिस टी.एस ठाकुर ने भी कम जजों की संख्या पर दुःख जताया था.जस्टिस जगदीश सिंह खेहर ने बोला की कम जजों का होना सुप्रीम कोर्ट की दक्षता पर सवाल खड़ा करता है.
जस्टिस खेहर देश के सबसे पहले सिख मुख्य न्यायाधीश
- साल 2015 दिसम्बर में जस्टिस खेहर ने उच्च न्यायालय में जजों की नियुक्ति वाले क़ानून को निरस्त किया था.
- एनजेएसी नामक क़ानून को जस्टिस खेहर ने निरस्त किया था.
- इस साल एक बड़ा अहम फैसला लेते हुए अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार को संजीवनी बूटी दी थी.
- जिससे कांग्रेस फिर से जीवित हो गई थी.
आठ महीने का होगा कार्यकाल
- जस्टिस जगदीश सिंह खेहर(64 ) का चीफ जस्टिस के तौर पर कार्यकाल बेहद कम रहेगा.
- उनक कार्यकाल आठ महीने का रहेगा जिसके बाद वो सेवानिवृत्त हो जायेंगे.
- 27 अगस्त 2017 तक वो इस पद पर कार्यरत रहेंगें.
- नवम्बर 2009 में नैनीताल हाईकोर्ट के मुख्यन्यायधीश चुने गए.
- जिसके बाद वो कर्नाटक के मुख्यन्यायधीशके रूप में चयनित हुए.
- साल 2011 में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की तरफ रुख किया और सुप्रीम कोर्ट के जज बने.
- चंडीगढ़ से बीएससी करने के बाद उन्होंने एलएलबी की डिग्री हासिल की.
- पंजाब विश्वविद्यालय से उन्होंने एलएलबीकिया है.
- साल 1979 में हरियाणा हाईकोर्ट में बतौर वकील प्रेक्टिस शुरू की.