गत वर्ष की तरह ही जाट समुदाय द्वारा 29 जनवरी से एक बार फिर जाट आंदोलन शुरू कर दिया गया है. बता दें कि समुदाय जाटों के लिए शिक्षा व सरकारी नौकरी में आरक्षण को लेकर यह मांग उठ रही है. जिसके तहत आज इस आंदोलन को काला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. जिसे देखते हुए सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना ना हो सके.
जाटों ने मनाया था ‘बलिदान दिवस’ :
- जाट समुदाय गत वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी आरक्षण की लागातार मांग कर रहा है.
- जिसके तहत इस समुदाय द्वारा आंदोलन को पहले से और तेज़ कर दिया गया है.
- आपको बता दें कि जाट समुदाय द्वारा गत वर्ष किये गए आंदोलन में कई लोगो की जान गयी थी.
- जिसके बाद इस साल समुदाय ने इस आंदोलन में मारे गए लोगों के लिए जाट बलिदान दिवस मनाया था.
- यही नही इस कार्यक्रम के साथ ही जाटों ने सरकार को अपना आन्दोलन तेज़ करने की चेतावनी भी दे दी है.
- जिसके बाद आज इनके द्वारा काला दिवस मनाया जा रहा है.
- जिसे देखते हुए हरयाणा सरकार द्वारा सुरक्षा के इंतजाम कड़े करने के आदेश जारी कर दिए गये हैं.
- ऐसा इसलिए किया गया है ताकि गत वर्ष की तरह जान-माल का नुक्सान ना हो सके.
- इसके आलावा जाटों ने आगामी 1-2 मार्च को पूरी दिल्ली रोकने साथ ही संसद का घेराव करने की बात भी कही है.