हरियाणा में महीने भर से आरक्षण की मांग कर रहे जाट आंदोलनकारियों का जत्था अब हरियाणा से दिल्ली पहुंच चुका है। दिल्ली के जंतर-मंतर पर न सिर्फ आस-पास से बल्कि दूसरे राज्यों से भी जाट प्रदर्शनकारियों की भीड़ इकट्ठी हो रही है। आज प्रदर्शन के बाद जाट आरक्षण संघर्ष समिति नेता राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेंगे। साथ ही आज जाट नेता नेता अगले आंदोलन की नई दिशा तय करेंगे।
आंदोलनकारियों की मांगें:
- जाट आंदोलकारियों की मांग की फेहरिस्त लंबी है।
- जाट आंदोलनकारी नौकरी में आरक्षण की मांग कर रहे हैं।
- साथ ही पिछले साल आंदोलन के समय गिरफ्तार लोगों को छोड़ने की मांग कर रहे हैं।
- जाट समुदाय एक ओर आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को नौकरी चाहते हैं।
- वहीं दूसरी ओर उस दौरान घायलों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
- इसके अतिरिक्त जाटों के खिलाफ एक्शन लेने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं
- आपतो बता दें कि पिछले साल फरवरी में जाट आंदोलन के दौरान हिंसा हुई थी।
- इस हिंसा में 30 लोग मारे गए थे और करीब 200 घायल हुए थ।
नये आंदोलन की तैयारी:
- जाट नेताओं ने किया ऐलान।
- अगर उनकी मांगे नहीं पूरी हुई तो वो 13 मार्च के बाद असहयोग आंदोलन करेंगे।
- इस आंदोलन के तहत दिल्ली को जरुरी चीजों की सप्लाई बंद करने की धमकी दी गई है।
- साथ ही जाटों से बिजली और पानी का बिल ना भरने का आह्वान किया गया है।