बिहार में छठी बार मुख्यमंत्री का पद संभाल रहे नीतीश कुमार ने 29 जुलाई को अपने कैबिनेट में विस्तार किया। इस दौरान 26 मंत्रियों को बिहार के राज्यपाल ने शपथ दिलाई। माना जा रहा था कि नीतीश कैबिनेट में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को जगह मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से नाराज है।
जीतनराम मांझी ने यूँ जताई नाराज़गी-
- पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार पर सबसे पहला हक हमारा था।
- बात दें कि मांझी ने राम विलास पासवान के भाई पशुपति नाथ पारस को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने पर नाराजगी जाहिर की।
- साथ ही उन्होंने कहा कि हमें कमजोर समझकर सताया जा रहा है।
- आगे उन्होंने कहा कि जो पहलवान है उसे दूध, घी और मलाई दिया जा रहा है।
- लेकिन जो कमजोर है उसे कुछ भी नहीं दिया गया।
- उन्होंने कहा कि एक ही गठबंधन में दो पार्टियों के साथ अलग-अलग रवैया क्यों अपनाया जा रहा है।
महागठबंधन तोड़ छठी बार मुख्यमंत्री बने नीतीश-
- महागठबंधन में विवाद के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर महागठबंधन तोड़ने की घोषणा कर दी थी।
- इसके अगले दिन नीतीश ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के समर्थन से छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
- बिहार में राजग की नई सरकार ने विधानसभा में बहुमत हासिल किया था।
नीतीश के 26 मंत्रियों ने ली शपथ-
- शपथ ग्रहण जेडीयू और एनडीए के 27 मंत्री शपथ लेना था।
- लेकिन इस शपथ ग्रहण समारोह में केवल 26 मंत्री ही शपथ ले पाए थे।
- हिमाचल प्रदेश के प्रभारी मंगल पांडे शपथ नहीं ले पायें थे।
- मालूम हो कि हिमाचल से लौटने में देरी की वजह से मंगल पांडे शपथ नहीं ले सके।
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