जेएनयू में 9 फरवरी हिंदुस्तान की बर्बादी के नारे लगाने वाले शख्स का चेहरा सामने आ गया है। कैंपस में आरक्षण पर विरोध प्रदर्शन के दौरान उस लड़के की उमर खालिद से बातचीत की तस्वीर कैमरे में कैद हो गई।
इस लड़के को निबान भट्टाचार्या से भी बातचीत करते हुए देखा गया है। देशविरोधी नारे लगाने वालों के सन्दर्भ में कन्हैया कुमार से लेकर उमर खालिद तक ने बाहरी बताया था।
नारे लगाने वाले कई लड़के नकाबपोश थे लेकिन अब भारत की बर्बादी के नारे लगाने वाले लड़के की पहचान हो गई है। वीडियो में ये लड़का जेएनयू कैंपस में खुलेआम घूमते हुए दिखा।
9 फ़रवरी की इस घटना ने देश में माहौल गरम कर दिया था और JNU के समर्थन में और इसके विरोध में दो गुटों का सामने आता बताता है कि इस मुद्दे पर राजनीति करने वालों ने भी अपनी रोटियां खूब सेंकी थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से लेकर वाम मोर्चा तक ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया था और इस घटना को JNU को बदनाम करने की शाजिश बताया था। JNU विवाद के बाद कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सीधे हमला बोल दिया और सुर्ख़ियों में छा गए थे।
हालांकि फोरेंसिक जाँच के बाद वीडियो की सच्चाई भी सामने आ गई थी जिसको झूठा बताया जा रहा था। इस केस में JNU छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था लेकिन कोर्ट ने कन्हैया को शशर्त जमानत दी थी और कहा था कि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर कन्हैया पर कड़ी कार्यवाही की जा सकती है।
इस घटना में दो मुख्य आरोपी निबान भट्टाचार्या और उम्र खालिद अभी भी जेल में हैं। वहीँ AVBP के कार्यकर्ताओं ने नारे लगाने वालों के बारे में बताया था कि वो लोग नकाब पहने हुए थे। इस लड़के के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।