मध्यप्रदेश फिलहाल सियासत का केंद्र बना हुआ है. सिमी आतंकियों के मारे जाने के बाद बयानों का दौर बदस्तूर जारी है. बीजेपी पर हमला बोलने के लिए सभी विपक्षी दल एक सुर में खड़े हैं. अरविन्द केजरीवाल, दिग्विजय सिंह वाम दलों के नेताओं सहित कई दलों ने इस पर ऐतराज जताया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी शिवराज सिंह की सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने सिमी के आतंकियों के मारे जाने पर हैरानी जताई है.
उनका कहना है कि-
- हमेशा मुसलमान ही जेल तोड़कर क्यों भागते हैं, हिंदू क्यों नहीं?
- सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इसकी जाँच की जानी चाहिए.
- उन्होंने घटना के दिन भी शिवराज सरकार पर सवाल उठाये थे.
- उन्होंने कहा था कि हो सकता है इन्हें जानबूझकर भगाया गया हो.
- एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए दिग्विजय सिंह ने इसे द्वेषपूर्ण कार्यवाई करार दिया.
सिंधिया ने किया कार्यवाई का समर्थन:
वहीं एक और कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का कुछ और ही कहना है. सिंधिया ने कहा है कि राजद्रोहियों के मारे जाने पर बधाई दी जानी चाहिए. उन्होंने सिमी आतंकियों के मारे जाने पर पुलिस कार्यवाई की प्रसंसा की. इसके अलावा उन्होंने जेल से भागने की घटना पर हैरानी जताई और कहा कि दो बार कैसे आतंकी जेल से भागने में कामयाब हो गए. इसकी जाँच जरुर होनी चाहिए.