कई दिनों के प्रयास के बाद कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर गये श्रद्धालुओं को आज चीन ने दो दिन बाद मानसरोवर झील में पवित्र डुबकी लगाने की अनुमति दे दी हैं. गौरतलब हैं कि यात्रा पर गये भक्तों ने चीन पर आरोप लगाया था कि उन्हें मानसरोवर झील पर स्नान की अनुमति नहीं दी जा रही.
चीन ने लगा दी थी रोक:
देश और दुनिया से हर साल हज़ारों श्रद्धालु भगवान शिव शंकर के दर्शन करने कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाते हैं और पवित्र मानसरोवर झील में डुबकी लगाकर पुण्य कमाते हैं लेकिन इस बार चीन ने श्रद्धालुओं को झील में स्नान से रोक कर भक्तों को मुश्किल में डाल दिया। हालाँकि आज दो दिन बाद चीन से मानसरोवर झील में कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर गये भक्तों को पवित्र झील में नहाने की इजाजत दे दी हैं.
आज पवित्र झील में भक्तों ने लगाई डुबकी:
इस बात की जानकारी श्रद्धालु संजीव कृष्ण ठाकुर ने ट्वीट के जरिये दी. उनके साथ 50 लोगों का डाल गया था. उन्होंने कहा “आज प्रातः पवित्र मानसरोवर झील मे स्नान करने की अनुमति मिल गयी और सभी भक्तों ने स्नान का आनंद प्राप्त किया. बहुत बहुत आभार भारत सरकार का और विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज जी का, जिन्होंने तुरंत ऐक्शन लेते हुए इसका समाधान निकलवाया.”
आज प्रातः पवित्र मानसरोवर झील मे स्नान करने की अनुमति मिल गयी और सभी भक्तों ने स्नान का आनंद प्राप्त किया!बहुत बहुत आभार भारत सरकार का और विदेश मंत्री श्री मती सुषमा स्वराज जी का जिन्होंने तुरंत ऐक्शन लेते हुए इसका समाधान निकलवाया!मीडिया का भी आभार!@SushmaSwaraj @narendramodi pic.twitter.com/54HSvLByC7
— Sanjiv Krishan Thakur Ji (@Sanjivthakurji) May 29, 2018
बता दें कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर गए कुछ श्रद्धालुओं ने चीन के अधिकारियों पर आरोप लगाया था कि वे भक्तों को मानसरोवर ताल में स्नान करने की अनुमति नहीं दे रहे.
गौरतलब हैं श्रद्धालुओं ने चीनी अधिकारियों पर यह आरोप विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए नाथू ला पास खोले जाने की घोषणा के लगभग 20 दिनों बाद लगाए.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आश्वासन:
मानसरोवर यात्रा पर गए श्रद्धालु ने वीडियो जारी कर कहा, “सुबह ही हमें पता चला की चीन के किसी आदेश की वजह से मानसरोवर में हम स्नान नहीं कर सकते। अगर ऐसा था तो हमें परमिट और वीज़ा क्यों दिया गया? भारत से यात्रियों का दल अथवा विश्व से हिदू धर्मावलंबियों का हज़ारों की संख्या में दल जब यहां आ गया तब मना करना निश्चित रूप से हिंदुओं की आस्था के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ है।”
वहीं इस मामले को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस तरह की किसी भी पाबंदी से इनकार कर दिया। विदेश मंत्री ने कहा कि पवित्र सरोवर में डुबकी लगाने के लिए हर साल एक जगह तय होती है और श्रद्धालुओं को उसी जगह पर स्नान करने की इजाजत होती हैं। इस बार भी तय जगह पर डुबकी लगाने से किसी भी श्रद्धालु को नहीं रोका जा रहा है।
बहरहाल आज 2 दिन बाद चीन सरकार ने श्रद्धालुओं को मानसरोवर झील में नहाने की इजाजत दे दी.