नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी की बाल शोषण के विरोध में भारत यात्रा जारी है। यात्रा की शुरुआत 11 सितंबर को हुई थी। यात्रा शुरू करने से पूर्व कैलाश सत्यार्थी ने कहा था कि वह उम्मीद करते हैं कि इस अभियान के दौरान लगभग एक करोड़ लोग इस खतरे से लड़ने के प्रति वचनबद्ध होंगे।
चेन्नई पहुंचे कैलाश सत्यार्थी-
- 11 सितंबर को बाल यौन शोषण और बाल तस्करी के विषय में जागरूकता फैलाने के लिए कन्याकुमारी से दिल्ली तक की यात्रा शुरू की गई।
- यह ‘भारत यात्रा’ के तहत कैलाश सत्यार्थी चेन्नई पहुँच गए है।
- इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य बाल यौन शोषण और बाल तस्करी के विषय में जागरूकता फैलाना है।
कन्याकुमारी से दिल्ली तक यात्रा-
- ‘भारत यात्रा’ 11 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई।
- दिल्ली में 16 अक्टूबर को समाप्त होगी।
- देश के अन्य हिस्सों से भी छह अलग यात्राएं शुरू हुई।
- जो 16 अक्टूबर को दिल्ली में खत्म होंगी।
- सत्यार्थी ने कहा कि यदि लोग बाल यौन शोषण और बाल तस्करी बारे में जागरूक होते हैं
- और अपनी आवाज उठानी शुरू कर देते हैं तो कोई भी इसे अनदेखा नहीं कर पाएगा।
- आगे उन्होंने कहा कि ‘सुरक्षित बचपन सुरक्षित भारत’ के उद्देश्य से यह यात्रा 22 राज्यों में 11,000 किलोमीटर का रास्ता तय करेगी।
यह भी पढ़ें: बच्चों के लिए बाल श्रम विधेयक एक खोया हुआ अवसर- कैलाश सत्यार्थी
यह भी पढ़ें: कैलाश सत्यार्थी के घर से गायब हुई नोबल पुरस्कार की रेप्लिका बरामद