कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के साथ ही गठबंधन में आई कांग्रेस-जेडीएस ने राज्य में सरकार बना ली. जेडीएस-कांग्रेस-बसपा गठबंधन के नेता कुमारस्वामी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली. लेकिन भाजपा को कर्नाटक की सत्ता से दूर करने के लिए गठबंधन करने वाले दलों की साझेदारी का पता तो अब चल रहा हैं.
दरअसल कांग्रेस और जेडीएस के बीच 2 मसलों को लेकर विवाद चल रहा हैं. बहुमत परीक्षण हुए 3 दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक इनके बीच सीटों का बटवारा नहीं हो सका हैं. इसके पीछे का कारण इनके बीच की असहमति हैं.
मंत्री पद के लिए विवाद:
इसी कड़ी में कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और राज्य कांग्रेस के बड़े नेता आज दिल्ली में हैं. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख जी परमेश्वरा, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार सहित कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. जहां वह मंत्री पद के बंटवारों पर चर्चा कर सकते हैं.
उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वरा ने दिल्ली रवाना होने से पहले कहा, ‘‘सभी चर्चाएं दिल्ली में होंगी. कैबिनेट विस्तार, किसे लेना है और किसे प्राथमिकता देनी है. मानदंड आलाकमान द्वारा तय किये जाएंगे.’
वहीं कुमारस्वामी के भी राहुल-सोनिया से मिलने की खबर है. हालांकि कल उन्होंने बेंगलूरू रवाना होने से पहले साफ कर दिया था कि वह दिल्ली में मुलाकात नहीं करेंगे.
कांग्रेस-जेडीएस सरकार का नेतृत्व कर रहे कुमारस्वामी के विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद से ही कैबिनेट विस्तार को लेकर गठबंधन साझेदारों के बीच बातचीत शुरू हो गई थी.
राज राजेश्वरी नगर विधानसभा सीट पर लड़ाई:
वहीँ जेडीएस और कांग्रेस के बीच विवाद का दूसरा मसला बची हुई एक विधानसभा सीट पर होने वाले चुनाव में प्रत्याशी को लेकर हैं. इस विधासभा सीट पर होने वाले चुनाव में सहमति से एक उम्मीदवार खड़ा करने को लेकर भी कांग्रेस-जेडीएस में शुरू से खटपट थी. यहीं कारण हैं दोनों दलों ने अपने अलग अलग उम्मीदवार उतारे हैं.
कल कर्नाटक की राज राजेश्वरी नगर विधानसभा सीट पर वोट डाले जाएंगे. बता दें कि राज राजेश्वरी नगर सीट पर चुनाव फर्जी मतपत्र मिलने की शिकायत के कारण टाल दिए गए थे. जिन पर अब जेडीएस, कांग्रेस और भाजपा के बीच लड़ाई हैं.
इस सीट पर कांग्रेस और जेडीएस दोनों एक दूसरे को कदम पीछे लेने के लिए कहते रहे, लेकिन अंत तक कोई पीछे नहीं हटा और अब तीनों पार्टियां मैदान में है. ऐसे में इस सीट पर लड़ाई दिलचस्प हो गई है.
इससे पहले एचडी कुमारस्वामी ने कहा था कि राज्य में कांग्रेस और जेडीएस अब सभी चुनाव मिलकर लड़ेंगे. लेकिन उनके इस बयान के बाद भीं कांग्रेस और जेडीएस दोनों एक सीट पर अलग अलग चुनाव लड़ रहे हैं.