आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत कर रहे है. पीएम मोदी कर्नाटक में 5 दिन में 15 रैलियों को संबोधित करेंगे. आज से शुरू इस प्रचार अभियान कर तहत पीएम मोदी कर्नाटक के चामराज नगर में रैली कर रहे हैं.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार में आज खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैदान में उतर रहे हैं. प्रधानमंत्री आज कर्नाटक में धुआंधार तीन रैलियां करेंगे. प्रधानमंत्री के प्रचार अभियान की शुरुआत चामराजनगर से हुई.
पीएम मोदी के संबोधन कि कुछ ख़ास बातें:
-मैं 28 अप्रैल को देश की ऐतिहासिक उपलब्धि के तौर पर समर्पित करना चाहता हूं, जब इस श्रम दिवस पर देश के श्रमिकों और मजदूरों को भारत के सभी गांवों को विद्युतीकृत किया गया.
-दिल्ली में खबर आती है कि कर्नाटक में भाजपा की हवा चल रही हैै.
-यहां आकर मुझे पता चला कि कर्नाटक में भाजपा की हवा नहीं, आंधी चल रही है.
-बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक के लोगों की उम्मीद हैं और वो अगले सीएम बनेंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हमला
-कांग्रेस अध्यक्ष को इतिहास का ज्ञान तक नहीं हैं.
-वंदेंमातरम पर भी राहुल को ज्ञान नहीं.
-कांग्रेस अध्यक्ष नामदार हैं, कामदार की परवाह नहीं करतें.
-हमने सदियों से नामदारों का जुल्म झेला है.
-अब हम नामदारों की बातों का बुरा नही मानते.
-हम कामदार हैं। हमारा स्तर क्या है कि हम कांग्रेस अध्यक्ष जैसे लोगों के साथ बैठ सके जो हमें नीचा देखते हैं.
-कांग्रेस अध्यक्ष ने मुझे संसद में बोलने की चुनौती दी है.
-जिस भाषा में बोल सकें, बिना कागज़ लिए 15 मिनट बोले.
-राहुल चाहे तो मां की मात्र भाषा बोल सकते हैं.
-15 मिनट में ही कर्नाटक की जनता तय कर लेगी.
-जो काम 70 साल में नही हुआ, वो हमने कर दिखाया.
-मुझे गाली देने वाले लोग बताएं कि आज भी लोग अंधेरे में क्यों हैं
-विपक्ष के लोग मुझे गाली देते हैं, मेरे बारे में अनाप-शनाप बातें करते हैं
-हमारी सरकार ने देश के हर गांव में बिजली पहुंचाई, जो 70 साल में नहीं हुआ, वो अब हुआ
-राहुल गांधी सरकार के अच्छे काम की भी तारीफ नहीं करते.
-12 मई को कलम के फूल को चुन कर राज्य का भविष्य बदलना है.
-किसानों की हर जरूरत पर हमारा ध्यान.
-फसल की लागत पर देढ गुना दाम मिले.
-चामनगर रेल लाइन 5 साल से अटकी रहीं.
-कांग्रेस की राजनीति विकास में रोड़े अटकाती है.
-12 मई को आपका फैसला इमानदारी और बेईमानी के बीच चुनाव है.
-कर्नाटक में लोकायुक्त भी नही सुरक्षित तो आम आदमी की क्या बात करे.
-पिछले 5 सालों में कर्नाटक में कानून का बुरा हाल.
-वंश वाद की राजनीति ही कर्नाटक की तबाही का कारण है.
-जहाँ कर्नाटक वहां अपराध का बोल-बाला.
-जहां कांग्रेस होती हैं वहां केवल भाई – भतीजावाद और भ्रष्टाचार का बोलबाला होता है.
-पराजय के डर से यहां के मुख्यमंत्री इधर उधर भाग रहे है और 2 जगह से चुनाव लड़ने की सोच रहे हैं.
-जिस क्षेत्र की जनता ने पहले इन्हे आशीर्वाद दिया था वहां से अपने पुत्र को बलि चढाने के लिए आगे कर दिया, इसका सीधा मतलब है कि अगर एक जगह से भी जीत गए तो परिवार कि राजनीति चलती रहेगी.