प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘नमो ऐप’ के जरिये कर्नाटक के बीजेपी युवा मोर्चा को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुद्रा लोन का लाभ कर्नाटक के भी युवाओं को मिला है. उन्होंने कहा कि स्टार्टअप की दुनिया में बंगलोर की युवाओं का भी का भी बड़ा नाम है. पीएम मोदी ने इस मौके पर बीजेपी के युवाओं पर जोश भरते हुए कहा कि बीजेपी के पक्ष में हवा है.
उनके संबोधन की कुछ ख़ास बाते:
-कर्नाटक का चुनाव भाजपा के कार्यकर्ता नही बल्कि कर्नाटक की जनता लड़ रही है
-कर्नाटक के युवा ने खुद को हर क्षेत्र में साबित किया है.
-पीएम मोदी ने कहा, ऐसा महसूस हो रहा है कि हर आदमी यहां पर चुनाव लड़ रहा है. ऐसी ऊर्जा है.
-हवा बीजेपी के पक्ष में चल रही है और बीजेपी जीतने न पाये इसके लिए विपक्ष निगेटिव बातें फैला रही हैं.
-इस चुनाव में बीजेपी के युवा कार्यकर्ताओं का मुख्य रोल है. युवा ऊर्जा अपने पहले मोर्चा पर है.
-हमने आपके काम को महसूस किया है, आप लोग बीजेपी की सबसे बड़ी संपत्ति हैं.
-कुछ लोग तकनीकी का विरोध कर रहे हैं. वो ईवीएम और मोबाइल का विरोध कर रहे हैं और हम आपके लिए तकनीकी को प्राथमिकता दे रहे हैं.
-भारत ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जमाने में पीछे नहीं रह सकता है. हमें खुशी है आपको लोगों ने तकनीकी के महत्व को बढ़ाया है. कर्नाटक के युवा हर क्षेत्र में अच्छा काम कर रहे हैं.
महिला खिलाडियों की तारीफ़ की:
-एथलीट गुरुराजा ने अपने मेडल को गांव, राज्य और देश को समर्पित किया है. महिलाओें ने कॉमनवेल्थ गेम्स में अच्छा प्रदर्शन किया है. अश्विनी पोनप्पा एक उभरती हुईं एथलीट हैं.
-कर्नाटक की बेटी अश्विनी पोनप्पा, भारत के सबसे प्रतिभाशाली बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक है.
-कर्नाटक में लगभग 1 लाख युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
-मैं चाहता हूं लोकतंत्र में वाद विवाद हो, चर्चा हो परंतु हिंसा का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है.
-हम राज्य भर में 60 अत्याधुनिक बीपीओ परिसरों का निर्माण करने की योजना बना रहे हैं.
-बीजेपी कर्नाटक को 5 विश्व स्तरीय खेल केंद्र देगी.
-हम शिक्षा की गुणवत्ता और अवसरों की मात्रा पर ध्यान दे रहे हैं.
-लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं, राजनीतिक हत्याएं एक बड़ी चिंता है.
-1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हिंसा का एक चरण था। तब से ऐसा लगता है कि हिंसा राजनीतिक व्यवस्था का हिस्सा बन गई है। हमारे कार्यकर्ता त्रिपुरा, केरल, कर्नाटक में मारे गए थे। यह लोकतंत्र के अनुरूप नहीं है। हिंसा का विरोध किया जाना चाहिए।
-देश में निराशा पैदा करना ही कांग्रेस का काम है, क्योंकि वो खुद निराश है.