जम्मू कश्मीर असेंबली में कश्मीरी पंड़ितों की वापसी को लेकर प्रस्ताव पास हो गया है. बता दें कि 27 वर्ष के बड़े अंतराल के बाद आज संसद शुरू होने के बाद इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई गयी है.
आज है 27वीं बरसी :
- 27 साल के एक लंबे सफ़र के बाद अब घाटी के कश्मीरी पंडितों की वापसी को लेकर आज एक अहम कदम उठाया गया.
- जिसके तहत आज जम्मू-कश्मीर संसद में इस मुद्दे पर प्रस्ताव पारित कर दिया गया है.
- बता दें कि पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला द्वारा संसद से कश्मीरी पंड़ितों की वापसी की मांग की गयी थी.
- साथ ही इस मुद्दे पर प्रस्ताव पास करने की भी मांग की गयी.
- आपको बता दें कि कश्मीरी पंडितों के घाटी से विस्थापन की आज 27वीं बरसी है.
- इस बरसी के मौके पर अभिनेता अनुपम खेर ने एक कविता समर्पित की है.
- उन्होंने ट्वीट करके लिखा कि ’27 साल हो गए, हम कश्मीरी पंडित अपने ही देश में अब भी शरणार्थी हैं.
- साथ ही लिखा कि यह कविता उनके उस खामोश विरोध की प्रतीक है.
- आपको बता दें कि इस कविता को मशहूर कश्मीरी कवि डॉ शशि शेखर तोशखानी ने लिखा है.
- इसके आलावा अनुपम खेर ने एक वीडियो भी जारी किया है.
- इस वीडियो में उन्होंने कहा है कि फैलेगा-फैलेगा हमारा मौन समुद्र में नमक की तरह,
- नसों के दौड़ते रक्त में घुलता हुआ पहुंचेगा दिलों की धड़कनों के बहुत समीप,
- बोरी से रिसते आटे सा देगा हमारा पता.
- साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह आवाजें अब और खामोश नहीं रहेंगी.