देश भर में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. हमारे देश की क़ानून व्यवस्था की लचर हालत देखकर कोई भी अपराधी इस तरह के अपराध को अंजाम देने में डरता नहीं है ऐसा इसलिए क्योकि वह जानता है कि यहाँ का क़ानून जब तक उसे सज़ा सुनाएगा तब तक वह कई अन्य अपराध भी कर चुका होगा. जिसे देखते हुए पुडुचेरी की राज्यपाल किरण बेदी ने देश को एक नया नारा दिया है, जिसके तहत उन्होंने कहा है कि बेटी बचाओ अपनी-अपनी भारत का नया नारा होना चाहिए.
बेटियों पर कसते हैं लगाम, बेटों को छोड़ देते हैं खुला :
- किरण बेदी ने हाल ही में हरियाणा के रोहतक में एक लड़की के साथ हुई बर्बरता पर अपना आक्रोश व्यक्त किया है.
- जिसके तहत उन्होंने उन परिवारों पर निशाना साधा है जो बेटी के बजाय बेटे की कामना करते हैं.
- ऐसा इसलिए क्योकि उनके अनुसार वे बेटों को तो चाहते हैं परंतु कभी इस बात पर गौर नहीं कटे कि बेटा किस दिशा में जा रहा है.
- वहीँ इसके विपरीत बेटियों पर इतनी लगाम कसी जाती है कि समय आने पर वह खुद अपनी सुरक्षा कर पाने में में भी सक्षम नहीं होती है.
- जिसके बाद किरण बेदी ने भारत को एक नया नारा दिया है साथ ही कहा है कि देश में बेटी बचाओ अपनी-अपनी का नारा होना चाहिए.
- ऐसा इसलिए क्योकि बेटे की इच्छा रखने वाले लोग कभी इस चीज़ पर ध्यान नहीं देते हैं कि उनके बेटे की परवरिश कैसी हो रही है.
- जिसके बाद वे किसी बंधन से ना बंधे होने के चलते रोहतक और निर्भया जैसे मामलों को अंजाम देते हैं.
- किरण बेदी द्वारा अपना आक्रोश प्रकट करते हुए कहा गया कि जितना एक बेटी पर प्रतिबंध लगाया जाता है,
- उतना ही प्रतिबंध यदि बेटे पर भी लगाया जाए तो इस तरह के मामले ख़त्म हो जायेंगे.