2019 के लोकसभा चुनावों की सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। सपा और बसपा जहाँ मिलकर बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए एकजुट हो गए हैं तो वहीँ बीजेपी भी सत्ता में वापसी के लिए जीतोड़ मेहनत कर रही है। इसके बाद भी भारतीय जनता पार्टी में नेताओं के बीच की दूरियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। लगातार लोकसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी के नेता पार्टी का साथ छोड़कर दूसरे दलों में जा रहे हैं जो निश्चित तौर पर सत्ताधारी दल के लिए मुसीबत बन सकता है। इसी क्रम में बीजेपी के एक और बड़े नेता ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है।
एमपी में बीजेपी को लगा झटका :
मध्य प्रदेश के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके पहले भारतीय जनता पार्टी को राज्य में बड़ा झटका लगा है। भाजपा को विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका देते हुए त्योंथर जनपद अध्यक्ष गीता मांझी ने बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया है। जबलपुर के सम्मेलन में उन्होंने बसपा प्रदेश अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद अहिरवार के हाथों पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर रीवा सांसद जर्नादन मिश्रा पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सांसद द्वारा उनको आए दिन अपमानित किया जा रहा था। उनका यह भी आरोप है कि हरिजन-आदिवासी एवं पिछड़े वर्ग के लोगों का भाजपा में कोई सम्मान नहीं है। यह आरएसस की मनुवादी पार्टी है जिसे छोड़ने में मुझे थोड़ी देर हो गई।
कई अन्य नेता रहे मौजूद :
मध्य प्रदेश के रीवा जिले की त्योंथर जनपद अध्यक्ष गीता राजमणि मांझी ने जबलपुर में बहुजन समाज पार्टी के सम्मेलन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद अहिरवार के हांथो बसपा की सदस्यता ग्रहण की। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित प्रदेश उपाध्यक्ष रामलखन सिंह (पूर्व विधायक अमरपाटन), राष्ट्रीय महासचिव एंव मध्य प्रदेश प्रभारी रामअंचल, पूर्व सांसद रीवा देवराज सिंह पटेल, मनगवां विधायक शीला त्यागी, रीवा जिला अध्यक्ष अच्छेलाल निराला, रीवा जिला प्रभारी लेखन सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बबिता साकेत, पूर्व विधायक विद्यापति पटेल मुख्य रुप से उपस्थित रहे।