साल 2019 में देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और अब चुनाव होने में ठीक एक साल का समय बचा है. क्या वाकई बीजेपी और पीएम मोदी की लोकप्रियता पहले की तरह बरकरार है और उनका जादू फिर से चल पाएगा या कांग्रेस अपने नए अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में देश की केंद्र सरकार में वापसी का रास्ता खोज पाएगी?
यूपीए को 5 प्रतिशत का फायदा:
महाराष्ट्र में 48 सीटें हैं. जहाँ इस समय भाजपा के देवेंद्र फेडनवीस की सरकार हैं.
-महाराष्ट्र की बात करें तो यहां एनडीए मामूली नुकसान के बावजूद सबसे बड़ा गठबंधन बना हुआ है.
-वहीं दूसरी ओर यूपीए को वोट शेयर के मामले में थोड़ी राहत मिलती दिखाई दे रही है.
-48 सीट वाले महाराष्ट्र में अगर अभी चुनाव हों तो एनडीए का 48 फीसदी वोट शेयर हैं, जबकि 2014 के आकड़ों पर नजर डाले तो एनडीए का वोट शेयर 51% था. जिसमे भाजपा को मामलू नुकसान हुआ है.
-भाजपा को महाराष्ट्र में फायदा शिवसेना के गठबंधन से ही हो सकता हैं.
-इस बार य़ूपीए को अभी 40% वोट शेयर मिला हैं. 2014 में यूपीए के खाते में 35% सीटें थी.
-पिछले चुनाव के मुकाबले यूपीए का पांच प्रतिशत वोट शेयर बढ़ता दिखाई दे रहा है.
-अन्य दलों को 12% वोट शेयर मिलने का अनुमान है. वहीं 14% वोट शेयर 2014 में मिला था.
बदलते समय के साथ महाराष्ट्र में एनडीए का समीकरण भी बदला है. गाहे बगाहे कई बार शिवसेना ने एनडीए से अलग होने की बात कही है. इसका असर 2019 लोकसभा पर भी पड़ता दिख रहा है.
सर्वे के मुताबिक एनडीए को 3 प्रतिशत वोट शेयर का घाटा दिख रहा है लेकिन बीजेपी फायदे में है. दूसरी तरफ यूपीए को 5 प्रतिशत का फायदा होता दिख रहा है.
बीजेपी को 2019 में 29 प्रतिशत जबकि शिवसेना को 19 प्रतिशत वोट मिलते दिख रहे हैं. सर्वे के मुताबिक शिवसेना(19) को छह प्रतिशत का घाटा होता दिख रहा है.
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