ना केवल भारत में बल्कि अन्य कई देशो में महिलाओं के खिलाफ आॅॅनलाइन उत्पीड़न के मामले लगातार सामने आ रहे हैंं। इन्टरनेट के जरिये लगातार महिलाओं का मानसिक शोषण किया जा रहा है। महिलाओं के खिलाफ इस तरह के मामलों को रोकने के लिए केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने गृह मंत्रालय को एक खत लिखा है।
आपको बताते कि मेनका गांधी अक्सर महिलाओं की समस्याओं को उठाती रहती हैंं। अब उन्होनेे आॅॅनलाइन बदतमीजी का शिकार होने वाली और अधिक मैटरनिटी लीव की जरूरत महसूस करने वाली महिलाओं की समस्या की उठाते हुए गृह मंंत्रालय में एक खत लिखा है।
मेनका गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके पास ऐसी लड़़कियो के काफी सारे मैसेज आते है जिन्हेंं बहुत बुरी तरह इन्टरनेट के जरिये शोषित किया जाता है। पहले इंटरनेट प्रदाता हमसे इस बाबत बात करने को तैयार नहीं थे लेकिन बाद में उन्होंने संबंधित विस्तृत जानकारी देने की बात मान ली। गांधी ने गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर ऑनलाइन बिहेवियर (इंटरनेट पर किस तरह का बर्ताव किया जाए) को लेकर संहिता बनाने की बात कही है।
अाापको बताते चले कि मेनका गांधी के द्वारा गृह मंंत्रालय को लिखा हुआ ये खत अब श्रम मंत्रालय भेेज दिया गया है।