मणिपुर में अब कुल 16 जिले हो गए हैं.प्रशासनिक सुविधा को और मज़बूत करने के लिए ये अहम फैसला लिया गया है.विभाजित जिलों में विकास कार्य अब तेज़ी से होंगे.
नागाओं ने किया था कड़ा विरोध
- नागा और आदिवासी बहुल की पैत्रिक संपत्ति होने के कारण नागों ने इस फैसले का विरोध किया है.
- नगा छात्र संघ (एनएसएफ) ने ब्यान जारी किया है की इस फैसले से वो बेहद नाराज़ हैं.
- बिना सलाह लिए फैसला सुनाया गया है.यह एक तरफा फैसला है.
- मुख्यमंत्री इबोबी सिंह के नेत्रित्व में ये फैसला लिया गया है.
- कांगपोकपी, तेंगनुपाल, फेरजॉल, नोनी, कामजोंग, जिरिबाम और काकचिंग नए विभाजित जिलों के नाम हैं.
- सूत्रों के अनुसार यह फैसला गुरूवार को सचिवालय में लिया गया है.
- मणिपुर में केवल नौ जिले थे जो विभाजित होकर सोलह हो गए हैं.
- पुराने जिलों में इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, थोबाल, उखरल, सेनापति, तामेंगलांग, चूड़ाचांदपुर और चंदेल हैं.
उपायुक्त पुलिस अधीक्षक जल्द होंगे नियुक्त
- विभाजन के बाद जो नए जिले गठित हुए है वहां पर पुलिस अधिकारियों
- तैनाती जल्द होने की संभावना इस संधर्भ में आदेश जारी हो गए हैं.
- नागाओं द्वारा इस फैसले का कड़ा विरोध हो रहा है.
- यह फैसला राज्य हित में कितना लाभकारी है ये तो वक़्त बताएगा पर अभी इस पर विरोध जारी है.
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