आगामी मणिपुर चुनावों के मद्देनज़र सभी पार्टियां अपनी तैयारियों में जुटी हैं. इसी बीच मणिपुर के चुनावी मैदान में पहली बार उतरने वाली इरोम शर्मिला व उनकी पार्टी पीपल्स रेसर्जेंस एंड जस्टिस अलायन्स ने भी अपना चुनावी एजेंडा तैयार कर लिया है. जिसके तहत उन्होंने 16 साल तक लड़ी अपनी लड़ाई के कारण को ही अपनी जीत का मुद्दा बनाया है.
AFSPA- आर्म्ड फोर्स स्पेशल पावर एक्ट को हटाएगी पार्टी :
- मणिपुर की लौह महिला मानी जाने वाली इरोम शर्मिला व उनकी पार्टी ने अपना चुनावी मुद्दा चुन लिया है.
- जिसके तहत उन्होंने अपनी 16 साल तक जारी रखी लड़ाई के कारण को मुद्दा बनाया है.
- आपको बता दें कि इरोम ने सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (AFSPA) को हटाने के लिए 16 साल तक भूख हड़ताल की थी.
- जिसके बाद इसी मुद्दे को उन्होंने व उनकी पार्टी ने चुनावी एजेंडा बनाया है.
- आपको बता दें कि पार्टी के अनुसार इस एक्ट ने मणिपुर के उग्रवाद को कम नहीं किया है.
- बल्कि इस रोग को और बढ़ा दिया है, साथ ही उग्रवाद को निपटाने में किसी भी तरह मददगार नहीं है.
- इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं के अनुसार इस एक्ट को राज्य संसाधनों को निचोड़ने के लिए बनाया गया है.
- इसके अलावा कार्यकर्ताओं के अनुसार उनकी पार्टी इस एक्ट को हटाने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए तैयार है.
- आपको बता दें कि आगामी 4 व 8 मार्च को मणिपुर की विधानसभा की 60 सीटों के लिए मतदान होना है.
- परंतु इस चुनाव में पहली बार उतरी इरोम शर्मिला की पार्टी इन दिनों फण्ड के लिये जूझ रही है.
- इसी बीच पार्टी को कई संस्थानों व पार्टी नेताओं द्वारा चंदा दिया गया है.