बात उस जमाने की है जब देश को आजाद हुए कुछ ही साल हुुऐ थे। ये वो दौर था जब हिन्दुस्तान एक आजाद देश के रूप में विकसित होना शुरू ही हुआ था। उस दौर में एक ऐसा शख्स भी था जिसने अपने मेहनत और ताकत के दम पर पूरी दुनिया में हिन्दुस्तान का नाम रौशन किया था। ये शख्स कोई क्रान्तिकारी और राजनेता ना होकर एक बाॅॅडी बिल्डर था। लोग इस शख्स को प्यार से पॉकेट हरक्यूलिस भी बुलाते थे। इन्होने 1952 में मिस्टर यूनिवर्स का खिताब जीता था। आज आजाद भारत के इस पहले मिस्टर यूनिवर्स का निधन हो गया है।
- देश के पहले पूर्व मिस्टर यूनिवर्स मनोहर आइच नहीं रहे।
- वे पिछले कई सालों से गंंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे।
- आइच ने 1952 में मिस्टर यूनिवर्स का टाइटल अपने नाम किया था।
- उनकी हाईट बेहद कम थी इसलिए लोग इन्हें प्यार से पॉकेट हरक्यूलिस के नाम से भी बुलाते थेे।
- 1950 में 36 साल की उम्र में उन्होंने मिस्टर हरक्यूलिस टाइटल जीता था।
- एशियन गेम्स में तीन बार गोल्ड मेडल जीता था।
- फैमिली मेंबर्स के मुताबिक, रविवार दोपहर 2.30 बजे उन्होंने अाखिरी सांस ली।
- उनका जन्म 17 मार्च 1914 को बंगाल के कुमिल्ला धामटी गांव (अब बांग्लादेश) में उनका जन्म हुआ था।
- जब भारत अग्रेजो का गुलाम था तो उस वक्त वो ब्रिटिश सेना में कार्यरत थे।
- वहां एक ब्रिटिश अफसर को थप्पड़ मारने पर जेल हो गई।
- जब उन्हे जेल हुई थी तो वो जेल में रहकर भी रोजाना कसरत किया करते थे।
- अपनी फिटनेस को लेकर उनके इस जज्बे की वजह से ही उस वक्त के जेलर ने उनके लिए अच्छे खान पान का इन्तेजाम करवा दिया था।
- वो जिस शो में बाॅॅडी बिल्डिंंग का काम किया करते थे उसका नाम फिजिक एंंड मैजिक शो था।