रविवार को बारामूला कैंप पर हुए हमले में शहीद हुआ था नितिन यादव. अंतिम संस्कार में उमड़ी भीड़, पिता बोले- शहादत पर गर्व.
मंगलवार को पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार-
- बारामूला के सैनिक कैंप पर हुए आतंकी हमले में शहीद नितिन यादव का उनके गांव नंगलाबरी में अंतिम संस्कार हुआ.
- राजकीय सम्मान के साथ नितिन की अंत्येष्टि हुई.
- शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल होने सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव पहुंचे थे.
- उन्होंने नितिन के परिजनों को सांत्वना दी.
हर शख्स की आँखों में थे आंसू-
- शहीद नितिन यादव का शव जब इटावा के उसके नंगलाबरी गांव पंहुचा तो हर शख्स रो पड़ा.
- मां के आंसू थम नहीं रहे थे, पिता के लिए अपने छोटे बेटे नितिन का मुंह देखना मुश्किल था.
- गांव के इस लाल को अंतिम विदाई देने के लिए पूरा गांव उमड़ा पड़ा.
- नितिन की इस शहादत पर घरवालों के साथ-साथ पूरे गांव को भी गर्व है.
दिवाली में आने की कही थी बात-
- 24 साल का नितिन यादव अपने दोनों भाइयों में छोटा था.
- दो दिन पहले ही उसने अपनी मां से बात कर दिवाली में आने की बात कही थी.
- नितिन तो नहीं आया लेकिन उसका पार्थिव शरीर आया.
- बीएसएफ ने परिवार को बताया कि नितिन की बहादुरी की वजह से बारामूला कैंप में बड़ा आतंकी हमला टल गया.
एक महीने पहले ही भेजा गया था बारामूला-
- गौरतलब है कि वर्ष 2013 में नितिन बीएसएफ में भर्ती हुए थे.
- उनकी पहली तैनाती महाराष्ट्र में हुई थी.
- इसके बाद वह बंगाल सीमा पर तैनात हुए.
- एक महीने पहले नितिन को जम्मू एवं कश्मीर के बारामूला भेजा गया था.