मणिपुर में नक्सली हमले में शहीद हुए असम रायफल्स के 29 वर्षीय पवन सिंह का अंतिम संस्कार सैनिक सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव खांक में कल किया गया। ये गांव कठुआ जिले के हीरा नगर तहसील के अंतर्गत आता है।
याद दिला दे कि 22 मई को मणिपुर में नक्सलियों के हमले में पवन सिंह सहित कुल 7 सैनिक शहीद हुए थे। पवन सिंह में शोक की लहर दौड़ गई जब गांव में खबर पहुंची कि पवन सिंह मणिपुर में नक्सली हमले में शहीद हो गए हैं। किसी को भी इस घटना पर यकीन नहीं हो रहा था।
पवन सिंह अपनी माँ के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद 10 मई को वापस गए थे और ड्यूटी ज्वाइन किया था। दो महीने पूर्व ही इनकी माँ की मृत्यु हुई थी।
पवन सिंह के परिवार में उनके पिता बलदेव सिंह, उनकी पत्नी बिंदु देवी के अलावा 8 साल का वंश राजपूत और 6 साल की लड़की पलक राजपूत है। अभी पवन के बच्चे छोटे हैं और उनको पिता की जरुरत थी लेकिन इस प्रकार से पवन का चले जाना परिवार और गांव वालों को शोक में डूबा गया है और किसी को इस बात पर अभी भी यकीन नहीं हो रहा है।
अभी तक केंद्र या राज्य सरकार की तरफ से किसी प्रकार की घोषणा ना किया जाना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।