आज से देश की संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है। जहाँ आज पहले दिन की कार्रवाई दोनों ही सदनों में पूरी नहीं हो पाई।
राज्यसभा में दलितों के मुद्दे पर हंगामा:
- संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन राज्यसभा और लोकसभा में कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई।
- राज्यसभा में बहुजन समाज पार्टी की सांसद और बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुजरात राज्य में दलितों की पिटाई का मुद्दा उठाया।
- जिसके बाद बसपा के सदस्य भारतीय जनता पार्टी शासित गुजरात राज्य में हुए दलितों के उत्पीड़न के मुद्दे पर स्पीकर के पास आकर नारेबाजी करने लगे।
- जिसके कारण सदन की कार्रवाई को स्थगित करना पड़ा।
- अपने प्रश्नकाल में मायावती ने कहा कि, भाजपा एक दलित विरोधी सरकार है।
- उन्होंने गुजरात में गौवंश की हत्या के शक में 7 दलित युवकों की पिटाई का मुद्दा उठाते हुए कहा कि, मरे हुए जानवरों का चमड़ा उतारने वाले लोगों के साथ दबंगों और आसामाजिक तत्वों ने मारपीट की।
- बसपा सुप्रीमो ने इस घटना को अमानवीय व्यव्हार बताया।
- गुजरात की भाजपा सरकार पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए बसपा सुप्रीमो ने मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
- मायावती ने कहा कि, भाजपा दलित विरोधी नीति रखती है और जबसे केंद्र में भाजपा की सरकार आई है, देश में दलितों पर अत्याचार में वृद्धि हुई है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने दिया जवाब:
- मायावती के आरोपों पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि, प्रावधान के अनुसार किसी राजनैतिक दल का नाम नहीं लिया जाना चाहिए।
- जिसके बाद बसपा समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने सदन को स्थगित कर दिया।