भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का खामियाज़ा हमेशा जम्मू कश्मीर को भुगतना पड़ता है। लेकिन जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती की मानें तो दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के तरीके भी जम्मू कश्मीर ही दिखा सकता है। शनिवार को जम्मू कश्मीर के बडगाम जिले के चरार-ए-शरीफ में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में जम्मू कश्मीर एक अहम भूमिका निभा सकता है क्यों के राज्य के घटनाक्रम का असर दोनों ही देशों पर पड़ता है।
जम्मू कश्मीर में अमन और शांति सुनिश्चित करके वार्ता के अनुकूल माहौल बनाएं :मुफ़्ती
- भारत-पाक के बीच बढ़ते हुए तनाव का सबसे ज्यादा असर जम्मू कश्मीर राज्य पर ही पड़ता है।
- उरी हमले का मुहंतोड़ जवाब पाकिस्तानी आतंकियों को भारत ने भले ही दे दिया हो ।
- लेकिन इस जवाब के बाद जम्मू कश्मीर का माहौल हर दिन बिगड़ता ही जा रहा है।
- जम्मू कश्मीर में कभी सीजफायर उल्लंघन तो कभी सेना पर आतंकी हमले ने घटी की शान्ति पूरी तरह से भंग कर रखी है।
- ऐसे में बडगाम जिले के चरार-ए-शरीफ में आयोजित एक कार्यक्रम को राज्य कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने संबोधित किया।
- उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में जम्मू कश्मीर एक अहम भूमिका निभा सकता है।
- मुफ़्ती ने लोगों से अपील की कि राज्य में अमन और शांति सुनिश्चित करके वार्ता के अनुकूल माहौल बनाएं।
- जम्मू कश्मीर में पिछले 5 महीनों के घटनाक्रम का उन्होंने हवाला दिया।
- उन्होंने कहा कि लोगों ने बहुत सहा है जिसमें सीमा और नियंत्रण रेखा पर रहने वाले लोग शामिल हैं।
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