गौरैया पर मंडरा रहे खतरे के कारण ही प्रसिद्ध पर्यावरणविद मोहम्मद ई दिलावर जैसे लोगों के प्रयासों से विश्व गौरैया दिवस पहली बार वर्ष 2010 ई. में मनाया गया था। यह दिवस प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को पूरी दुनिया में गौरैया पक्षी के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। पक्षी विज्ञानी हेमंत सिंह के मुताबिक गौरैया की आबादी में 60 से 80 फीसदी तक की कमी आई है। यदि इसके संरक्षण के उचित प्रयास नहीं किए गए तो हो सकता है कि गौरैया इतिहास की चीज बन जाए और भविष्य की पीढ़ियों को यह देखने को ही न मिले।
- गौरैया दिवस को लेकर प्रदेश में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- स्कूलों के बच्चे ने ली गौरैया संरक्षण की शपथ।
- परिषदीय स्कूलों के 1.70 करोड़ छात्र-छात्राओं ने ली शपथ।
- माध्यमिक स्कूलों के 1.60 करोड़ छात्रों ने ली शपथ।
- प्रदेश में आज चार करोड़ बच्चों ने गौरैया एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए शपथ ली है।
- 4 करोड़ बच्चों ने एक साथ शपथ लेकर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया।
- सभी सरकारी और निजी स्कूलों में सुबह 9 बजे एक साथ शपथ दिलाई गई।
- पूरे प्रदेश में गौरैया संरक्षण के लिए एक बड़ा अभियान 7 फरवरी से चलाया जा रहा है।
- 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस पर जनेश्वर मिश्र पार्क में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
- प्रदेश के मुख्मंत्री अखिलेश यादव करेंगे कार्यक्रम का उद्घाटन।