हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की भारतीय सुरक्षा बलों के हाथों मौत के बाद भड़की हिंसा एक सप्ताह बाद भी जारी है और माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। राज्य सरकार ने कई स्थानीय समाचार पत्रों के कार्यालयों पर छापेमारी की और केबल टीवी का प्रसारण भी रोक दिया गया, जिससे घाटी में मीडिया ब्लैकआउट की स्थिति बन गई।
पुलिस से हुई ताजा झड़प में एक और नागरिक की मौत हो गई वहीं अबतक अनेक पुलिसकर्मी भी घायल हो चुकें हैं! कश्मीर घाटी में हिंसा बदस्तूर जारी है और पत्थरबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। कश्मीर में जारी हिंसक प्रदर्शनों में मृतकों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है। कश्मीर में हिंसा के बाद पुरे इलाके में इन्टरनेट बैन कर दिया गया है। कश्मीर में मोबाइल सेवा और इंटरनेट कनेक्टिविटी के रूप में बीएसएनएल ब्रॉडबैंड सेवा चालू है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कश्मीर के एक गांव में संदिग्ध आतंकवादियों की गोलीबारी में दो व्यक्ति घायल हुए हैं। घायलों में से एक व्यक्ति गिरफ्तार किए गए आतंकी बुरहान वानी के सहयोगी का रिश्तेदार बताया जा रहा है।
इस बीच राज्य सरकार ने कई प्रेसों पर छापा मारकर अंग्रेजी और उर्दू की प्रतियाँ जब्त कर ली है जिसके बाद संपादकों ने इसे प्रेस की आजादी पर हमला बताया और कहा कि इस मुद्दे पर वो राज्य सरकार से बात करेंगे।
वहीं राज्य सरकार ने इसे सतर्कता बरतने के लिए उठाया गया कदम बताया है और कहा कि माहौल को और ख़राब होने से रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है।