[nextpage title=”जम्मू मंदिर में तोड़फोड़ ” ]
जम्मू के रूप नगर में मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति के द्वारा एक प्राचीन मंदिर में तोड़फोड़ और मंदिर को अपवित्र किए जाने की घटना के बाद से शहर में शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद जम्मू में मोबाइल, इंटरनेट सेवाओं को बुधवार को बंद कर दिया गया। जानकारी के अनुसार, राज्य के रूपनगर और जानीपुर क्षेत्र में घटना को लेकर हुए तनाव के बाद फिलहाल आज हालात पर काबू पा लिया गया है। पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी है और लोगों के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है।
- पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जम्मू के रूप नगर में स्थित प्राचीन मंदिर में मंगलवार शाम एक व्यक्ति ने नुकसान पहुंचाया था, जिसके बाद शहर में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
- जम्मू के उपायुक्त सिमरनदीप सिंह ने बताया कि सुरक्षात्मक उपाय के तहत, हमने स्थिति के सामान्य होने तक मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित रखने का फैसला किया है।
- इस घटना के बाद कल से ही शहर में तनाव व्याप्त है। हालांकि, अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।
- उन्होंने कहा कि यदि स्थिति सामान्य रहती है तो शाम के समय मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को फिर से बहाल कर दिया जाएगा।
- वहीं डीएम ने बताया कि आरोपी शख्स पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। धारा 144 की अभी जरूरत नहीं है, परिस्थिति अब काफी नियंत्रण में है।
- डीएम ने कहा कि घटना के पीछे की वजह अभी तक पता नहीं लग पाई, उन्होंने बताया कि भीड़ के उग्र होने पर लाठीचार्ज किया गया और आंसू गैस के गोले दागे गए।
- मालूम हो कि बीती शाम मंदिर को अपवित्र किए जाने की खबर शहर में फैलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार रात को तीन वाहनों को आग लगा दी थी और पुलिस पर पथराव किया था।
- जिसके बाद प्रशासन ने फुर्ती दिखाते हुए उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने कथित तौर पर मंदिर को नुकसान पहुंचाया है।
आखिर क्या है पूरा मामला जिसके बाद जम्मू में तनाव बढ़ गया:
[/nextpage]
[nextpage title=”जम्मू मंदिर में तोड़फोड़ ” ]
इस दौरान मंदिर में घुसकर तोड़फोड़ करने वाले की तस्वीरें भी सामने आई जिसमें एक शख्स को मंदिर में घुसते देखा गया था। इस शख्स का नाम मोहम्मद यासिर बताया जा रहा है। इसने मंदिर में घुसकर पुजारी को पीटकर जख्मी कर दिया।
यासीर, करीब पांच बजे मंदिर में प्रवेश किया और वहां तोड़फोड़ मचाने लगा। मंदिर में लगी कांच की खिड़कियों को पत्थर मारकर तोड़ने के बाद वो मंदिर के पुजारी के साथ मारपीट किया। इस पूरी घटना में बाद में यासिर का भाई तनवीर भी शामिल हो गया था।
मंदिर के पुजारी संजय कुमार ने जानीपुरा पुलिस स्टेशन को इसकी सूचना दी। उसी दौरान ASI रहमतुल्लाह को पुजारी को थप्पड़ मार दिया जिसे बाद में सस्पेंड कर दिया गया है। ASI रहमतुल्लाह की इस हरकत से वहां माहौल ख़राब हो गया और लोगों ने पुलिसकर्मी पर धार्मिक भावना का अपमान करने का आरोप लगाया।
जानीपुरा पुलिस स्टेशन के बाहर हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए और ASI को बर्खास्त करने की मांग करने लगे।
इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव फ़ैल गया और लोगों ने भीड़ ने विरोध प्रदर्शन में कई दो बसों को को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने इसके बाद हवा में गोलियां चलाकर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की। भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके और तोड़फोड़ बहुत देर तक चलती रही।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यासिर विक्षिप्त नहीं है और उसने ये सब सोच-समझकर किया है और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाया है।
यासीर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कुछ अज्ञात लोगों पर दंगे भड़काने की कोशिश करने का भी मुकदमा दर्ज किया गया है। जम्मू में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है।
[/nextpage]