मनी लॉड्रिंग के केस में रियल स्टेट कंपनी यूनिटेक के प्रबंध निदेशक संजय चंद्रा और उनके भाई अजय चंद्रा को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लयू) ने गिरफ्तार कर लिया। उनपर गुरुग्राम (गुड़गांव) के प्रोजेक्ट का पैसा दूसरी कंपनी में निवेश करने का आरोप है।
दोनों भाईयों के आवास पर हुई छापेमारी:
- संजय चंद्रा और उनके भाई अजय चंद्रा के आवास पर पुलिस ने 31 मार्च की रात में की छापेमारी।
- छापेमारी के संबंध में दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मधुर वर्मा ने दिया बयान।
- कहा- ईओडब्लयू की टीम 31 मार्च की रात को गुरुग्राम पहुंचकर दोनों भाईयों के घर पर छापा मारा।
- इस दौरान करीब 35 करोड़ रुपये के धन शोधन मामले में संजय व अजय चंद्रा को गिरफ्तार कर लिया गया।
धोखाधड़ी का मामला दर्ज:
- ग्राहकों को धोखा देने के संबंध में चंद्रा भाईयों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
- दोनों भाईयों पर आरोप है कि यूनिटेक अपनी एक परियोजना को गुरुग्राम के सेक्टर 70 में निर्धारित समय पर पूरा नहीं की।
- इसके साथ ही आरोप है कि चंद्रा ने ग्राहकों को इसकी ऐवज में ब्याज समेत राशि भी नहीं लौटाई।
चंद्रा बंधुओं के खिलाफ 91 शिकायतें:
- एक अधिकारी के अनुसार गुरुग्राम की परियोजना के मामले में चंद्रा भाइयों के खिलाफ एक दो नहीं बल्कि 91 शिकायतें मिली थीं।
- आगे कहा कि परियोजना के लिए प्रासंगिक प्राधिकरण से वैध अनुमति भी नहीं ली गई थी।
- गौरतलब है कि 2 दिन की पुलिस डिमांड पर है चंद्रा भाई।