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मध्य प्रदेश: भाजपा के पूर्व विधायक होंगे सपा की साईकिल पर सवार

mp bjp ex mla

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2019 के लोकसभा चुनावों की समाजवादी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। सपा ने भाजपा के 2017 के विधानसभा चुनावों के समय आजमाए गए फार्मूले पर काम करना शुरू कर दिया है। सपा की नजर इन दिनों भाजपा के उन नेताओं पर है जो किसी कारण से पार्टी से नाराज हैं या नजरअंदाज कर दिए गए हैं। ऐसे नेताओं से मुलाकात कर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उन्हें पार्टी में शामिल करा रहे हैं। इस बीच भाजपा को अखिलेश यादव ने सबसे बड़ा झटका दिया है। अखिलेश यादव की 18 मई की रैली में भाजपा का बड़ा नेता सपा में शामिल होने जा रहा है।

एमपी में चुनाव लड़ेगी सपा :

मध्य प्रदेश की गोपद बनास विधानसभा सीट से 2 बार निर्दलीय विधायक रहे भाजपा नेता केके सिंह भंवर कुछ नया करने की तैयारी कर रहे हैं। जिले के सेमरिया कस्बे में 18 मई को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सभा को संबोधित करने आ रहे हैं। इसकी तैयारी में सपा नेताओं के साथ भाजपा नेता भंवर भी पूरी ताकत से जुटे हुए हैं। सपा नेताओं के साथ इनकी भी होर्डिंग्स व कट आउट राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए हैं।

मुमकिन है कि केके अखिलेश यादव से मिल कर सपा की सदस्यता लेकर साइकिल की सवारी कर सकते हैं। हालांकि इस बात की पुष्टि अब तक उन्होंने नहीं की है। इसके अलावा सपा नेता भी मामले पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। लेकिन, एमपी में पकड़ मजबूत करने में जुटी सपा आगामी विधानसभा चुनाव में सभी को चौंका सकती है। यूपी में सपा की साथी बसपा भी इस रणनीति से परेशान है।

 

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राजघराने से है ताल्लुकात :

भाजपा नेता केके सिंह भंवर का चुरहट के राव घराने से सीधा संबंध हैं। उन्होंने वहीँ से निर्दलीय राजनीति की शुरुआत की थी। वे गोपद बनास सीट से विधानसभा चुनाव में उतरे और भाजपा-कांग्रेस को हराते हुए निर्दलीय विधायक निर्वाचित हुए। उसके बाद समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़े और कांग्रेस के गढ़ में निर्वाचित हुए। उसके बाद उन्होंने सपा छोड़ कांग्रेस ज्वाइन कर ली लेकिन कांग्रेस से विधायक नहीं बन सके। वे इसके बाद भाजपा में आ गए लेकिन भाजपा से उन्हें टिकट नहीं दिया। इसका दुःख उन्हें और उनके समर्थकों में है। अखिलेश की सभा की अगुवाई करना उनके वापस सपा में जाने का संकेत है। देखना है कि 18 मई को क्या नजारा देखने को मिलता है।

 

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