कहते हैं जब आप किसी चीज़ को ठान लेते हैं तो वे कमाल कर गुज़रते हैं जो कभी किसी ने नहीं सोचा होता है. इसी बात का उदहारण पेश करते हुए मध्यप्रदेश के दो होनहार बेटों ने अपनी गरीबी को मात दी है और अपने माता-पिता का नाम रौशन किया है. हाल ही में मध्यप्रदेश में बोर्ड की परीक्षा के परिणाम घोषित किये गए हैं. जिसके बाद इन परिणामों में ऐसे छात्रों ने टॉप किया है जिन्होंने कभी पढ़ाई करने के लिए खासा परेशानियों और गरीबी का सामना किया था. परंतु फिर भी अपनी इन सभी समस्याओं को मात देते हुए आज उन्होंने टॉप किया है.
संयम जैन ने पूरे प्रदेश में किया टॉप :
- ऐसा माना जाता है कि सोना जतना आग में तपाया जाता है उतना की खूबसूरत बनकर वह बाहर आता है.
- इसी कथनी को सच कर दिखाया है मध्यप्रदेश के संयम जैन ने जिन्होंने एमपी बोर्ड में पूरे प्रदेश में टॉप किया है.
- गौर करने वाली बात यह है कि संयम जैन के पिता एक छोटी सी दुकान चलाते हैं.
- इसी दुकान से संयम के परिवार का पेट पाला जाता है और इसी संयम की पढाई कराई जाती है.
- संयम शुरू से ही एक होनहार छात्र रहे हैं जिसके बाद उनकी पढ़ाई के क्षेत्र में रुची देख माता-पिता ने अपनी ज़रूरतें कम करना शुरू कर दिया.
- आपको बता दें कि संयम की पढाई न रुके इसके लिए उनकी माँ ने नौकरी करने की ठानी.
- साथ ही दोनों माता-पिता द्वारा बड़ी मेहनत की गयी ताकि संयम को पढ़ाया जा सके.
- परंतु संयम ने भी एक होनहार बेटे होने का परिचय दिया है साथ ही पूरे प्रदेश में टॉप कर अपने माता-पिता की मेहनत को स्वारथ कर दिया है.
अनिकेत अरोड़ा ने भी किया अपने परिवार का नाम रौशन :
- मध्यप्रदेश के अनिकेत अरोड़ा भी मेधा में कही पीछे नहीं हैं.
- बता दें कि अनिकेत भी एक अति साधारण परिवार से ताल्लुख रखते हैं.
- उनके पिता की भी एक छोटी सी दूकान है जिससे परिवार का पेट पलता है.
- गौरतलब है कि अनिकेत के माता-पिता ने उन्हें पढ़ाने के लिए अपनी सारी ज़रूरतों को कम कर दिया.
- जिसके बाद आज इस त्याग का उन्हें परिणाम मिल चुका है और उनका बेटा पूरे प्रदेश में दुसरे स्थान पर रहा है.
- अपने माता पिता को दिन रात मेहनत करते देख अनिकेत ने अपना पूरा ध्यान पढ़ाई में लगा दिया.
- जिसका परिणाम यह हुआ कि आज वे 12वीं की परीक्षा में पूरे प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है.