मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों से किसानों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है. बता दें कि यह आंदोलन उनके क़र्ज़ माफ़ करने और मुआवज़े के लिए किया जा रहा है. ऐसे में कुछ क्षेत्रों में इस आंदोलन ने हिंसात्मक रूप भी ले लिया है. परंतु अभी तक सरकार की ओर से किसी तरह के ऐलान ना होने के चलते एक के बाद एक किसान आत्महत्या कर चुके हैं.
पांच किसानों ने की आत्महत्या :
- मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों से किसानों द्वारा ऋण माफ़ी को लेकर आंदोलन किया जा रहा है.
- ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा ऐलान किया गया है कि वे किसानों की हर संभव मदद करेंगे.
- परंतु अभी तक इस दिशा में किसी तरह के उचित कदम उठते नज़र नहीं आ रहे हैं.
- ऐसे में अब तक करीब पांच ऐसे किसान हैं जो क़र्ज़ में डूबे होने के चलते आत्महत्या कर चुके हैं.
- बीते दिन यह आंकडा चार का था जिसके बाद अब एक और किसान द्वारा इसे अंजाम दिया गया है.
- बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किसानों से भेंट कर उनकी समस्याओं को भी सूना है.
- बता दें कि दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद किसानों के परिवारों से मुलाक़ात करके आये हैं.
- परंतु अभी तक इस दिशा में सरकार की ओर से किसी तरह का कोई ऐलान नहीं हो सका है.
- जिसके बाद मध्यप्रदेश में ऋण में डूबे किसानों को आत्महत्या के अवाला कोई और रास्ता नज़र नहीं आ रहा है.
- हाल ही में एक और किसान द्वारा अपने साहूकार के क़र्ज़ टेल डूबे किसान को आत्महत्या के सिवा कोई रास्ता नहीं दिखा.
- जिसके बाद उसने इस कृत्य को अंजाम दिया है जिसके बाद उसका पूरा परिवार सदमे में है.
- आपको बता दें किओ हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा क्रॉप योजना का ऐलान किया गया है.
- इस योजना में किसानों को पहले से कम ब्याज में ऋण मिला करेगा.
- जिसके तहत जो ब्याज पहले 9 प्रतिशत हुआ करता था वह अब चार प्रतिशत में मिला करेगा.
- परंतु इस तरह की सुविधाओं से किसानों की जड़ों में बसी समस्याएं सुलझ नहीं पा रही हैं.
यह भी पढ़ें : दिल्ली : हौज़खाज विलेज में सेना ने कराई आतंकरोधी मौक ड्रिल!