मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों से किसानों द्वारा लगातार आंदोलन किया जा रहा है. बता दें कि यह आंदोलन किसानों द्वारा अपने क़र्ज़ माफ़ी और फसल में हुए नुक्सान की भरपाई के लिए मुआवज़े के लिए किया जा रहा है. परंतु इस आंदोलन पर कृषि मंत्री ने अपना बयान देते हुए इससे साफ़ इनकार कर दिया है.
किसानों को मिल रहा है ब्याज मुक्त ऋण :
- मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों से किसानों का अपने ऋण को माफ कराने के लिए आंदोलन छिड़ा हुआ है.
- जिसके बाद मंदसौर में होने वाले इस आंदोलन ने हिंसा का रूप ले लिया है.
- इस हिंसा में पांच किसान अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं और कई घायल हुये हैं.
- जिसके बाद अब सरकार द्वारा इन किसानों के लिए मुआवज़े का ऐलान किया गया है.
- बता दें कि इस आंदोलन के चलते प्रदेश में अशांति का माहौल हो गया है.
- जिसके बाद अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उपवास रखकर शान्ति की अपील की जा रही है.
- वहीँ दूसरी ओर मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन द्वारा इस मामले पर अपना बयान दिया गया है.
- जिसके तहत कहा गया है कि किसानों का ऋण माफ़ करना असंभव है.
- साथ ही कहा है कि सरकार किस तरह ऋण माफ़ कर सकती है जब किसानो को ब्याज मुक्तऋण पहले से ही मिल रहा है.
- जिसके बाद किसानों के ऋण को माफ़ करने की कोई आवश्यकता नहीं है.
- इस दौरान उन्होंने बताया कि जब वे अपने पद पर आये थे तब उन्होंने किसानों को 3 प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिया था.
- जिसके बाद इस ब्याज को एक प्रतिशत कर दिया गया था जो बाद में शून्य प्रतिशत हो गया था.
- ऐसे में किसानों को किसी भी तरह से ऋण मुक्त करने की बात नहीं आती है.
- अपने इस बयान के साथ ही उन्होंने अपनी मंशा साफ़ करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी ऋण मुक्त करने की बात नहीं कही थी.
- जिसके बाद अब ऐसा माना जा रहा है कि किसानों को उनकी मांग पूरी करने के लिए इंतज़ार करना होगा.
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