रामकिशन के साथ जंतर मंतर पर बैठे साथी पृथ्वी सिंह ने रामकिशन की आखरी वक्त की बातें बयाँ की बोला किसी ने भी आत्महत्या करने के लिए नहीं उकसाया.रामकिशन ने नहीं बयाँ होने दिया दर्द.
- भिवानी पार्क में तय की थी धरने की रणनीति रामकिशन और पृथ्वी सिंह दिल्ली तक रहे थे साथ.
- दोनों साथ में रक्षा मंत्री को ज्ञापन देने गए थे उसके बात पूरे मामले पर चर्चा भी की थी.
ब्रिटिश एम्बेसी के पास रामकिशन कागज कलम के साथ बैठे थे
- ट्रेन द्वारा दिल्ली कैंट उतरकर रामकिशन ने पृथ्वी सिंह के साथ खाना खाया था.
- पृथ्वी सिंह ने बताया रामकिशन सामान्य बातें कर रहे थे.
- ब्रिटिश एम्बेसी के पास पेड़ के निचे बैठकर रामकिशन को लिखते देखा गया था.
रामकिशन रक्षा मंत्री के पास गए थे अकेले
- ज्ञापन सौपने के लिए रक्षामंत्री से मिलने अकेले गए थे रामकिशन.
- वापस आकर पार्क में लेट गए और काफ्दी देर आराम किया.
- साथियों ने मंगाए थे समोसे जिसे रामकिशन ने भी खाया था.
सल्फास की गोली कब कैसे खाई नहीं पता चला किसी को
- रामकिशन के चेहरे के हाव भाव बदलने लगे थे.
- पृथ्वी द्वारा बार बार पूछने पर भी कुछ नहीं बताया बोले सब ठीक है मैंने कुछ नहीं खाया.
- जैसे ही पता चला की रामसिंह ने ज़हर खाया है तुरंत पुलिस को सूचित किया गया.
- इलाज के लिए आरएमएल लेकर गए थे पर इलाज के दौरान रामसिंह ने दम तोड़ दिया.
पृथ्वी सिंह ने बताया की उनके सामने रामसिंह ने सल्फास की गोली नहीं खरीदी हावभाव से भी नहीं पता लगने दिया की वो आत्महत्या करने जा रहे हैं.