हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद मामले में 9 संदिग्धों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाने की मंज़ूरी दे दी है. जिसके बाद कोर्ट ने कार्यवाही को 23 जनवरी 2017 तक के लिए स्थगित कर दिया है.
पुलिस ने चलाया था तलाशी अभियान :
- नजीब अहमद मामले में कोई सुराग ना मिल पाने की सूरत में दिल्ली पुलिस ने एक कदम आगे बढ़ाया है
- जिसमे पुलिस की कोशिश की बाद कोर्ट ने 9 संदिग्धों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने को मंज़ूरी दे दी है
- आपको बता दें कि इन संदिग्धों में एबीवीपी से जुड़े वे छात्र भी शामिल हैं, जिनका नजीब से झगड़ा हुआ था.
- इसके अलावा दिल्ली पुलिस इस मामले में फेसबुक से भी मदद मांग रही है.
- दरअसल, नजीब के लापता होने के कुछ दिन बाद तक उसके नाम से फेसबुक पर दो प्रोफाइल एक्टिव रहे थे.
- इसके अलावा बीते दिनों नजीब की तलाश में दिल्ली पुलिस ने जेएनयू कैंपस में तलाशी अभियान चलाया था,
- परंतु पुलिस को इसमें कोई ख़ास सफलता नहीं मिली सकी.
- आपको बता दें की नजीब पिछले 66 दिन से लापता है.
- जिसके बाद लापता छात्र को खोजने के लिए दिल्ली पुलिस अचानक सक्रिय हो गई है.
- पुलिस ने हाल ही में पूरे यूनिवर्सिटी कैम्पस की तलाशी ली, लेकिन नजीब का कोई सुराग नहीं मिला.
- बीते दिनों जेएनयू कैम्पस पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था.
- 600 पुलिस कर्मियों,12 घोड़ों और 20 खोजी कुत्तों के साथ तलाशी अभियान शुरू हुआ.
- आपको जेएनयू का छात्र नजीब अहमद 15 अक्टूबर से गायब है.
- उसकी तलाश के लिए करीब 1000 एकड़ में फैले जेएनयू कैम्पस का चप्पा-चप्पा जांचा गया.
- 17 होस्टलों और कैम्पस की सभी इमारतों में नजीब का सुराग ढूंढने की कोशिश की गई.
- कई राज्यों में नजीब की तलाश कर चुकी पुलिस ने उस ऑटो वाले को भी खोज निकाला जो उसे जेएनयू से जामिया यूनिवर्सिटी ले गया था,
- परंतु नजीब का फिर भी पता नहीं चल सका है.
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