राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश का सबसे बड़ा संघठन है। बीते दिन से केन्द्रीय संस्कृति विभाग की मंजूरी के बाद RSS की सांस्कृतिक इकाई संस्कार भारती ने अपना ‘नोबेल अवॉर्ड’ शुरू कर दिया है। आरएसएस का यह अवार्ड नोबेल की ही तरह शांति, मानवाधिकार, साहित्य, विज्ञान, शिक्षा, कला और अन्य क्षेत्रों में योगदान पर दिया जाएगा।
70 करोड़ है पुरस्कार राशि :
- किसी भी व्यक्ति को सम्बंधित क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए नोबेल अवॉर्ड दिया जाता है।
- नोबेल पुरस्कार जीतने वाले व्यक्ति कि 6.5 करोड़ रूपये मिलते है।
- आरएसएस ने नोबेल को भी पीछे छोड़ते हुए अपने अवार्ड की धनराशि 70 करोड़ रूपये रखी है।
- आरएसएस ने अपने इस नोबेल अवार्ड का नाम नैमिश्य सम्मान रखा है।
- यह पुरस्कार पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में पहली बार दिया जाएगा।
यह भी पढ़े : समाजवादी पार्टी की दो दिवसीय बैठक आज से शुरू!
- इस पुरस्कार को प्रतिवर्ष दिया जाएगा और इसके निर्णायककर्ता कई जानी-मानी हस्तियाँ होंगी।
- RSS के प्रवक्ता ने बताया कि देश में ऐसे कई लोग है जो क्रिएटिव और अकैडमिक क्षेत्र में काफी अच्छा काम कर रहे हैं।
- इस कारण हम नैमिश्य सम्मान के जरिये उनको सम्मानित कर आगे बढ़ते रहने का सन्देश देना चाहते है।
- RSS का यह नैमिश्य सम्मान भारतीय विचारों की समृद्धि को सेलिब्रेट करने का बड़ा जरिया होने वाला है।
यह भी पढ़े : शहीदों के परिवार का सहयोग करना सरकार की जिम्मेदारी- सीएम