8 नवम्बर के बाद पीएम मोदी पहली बार देश के नाम सन्देश दे रहे हैं. पूरा देश इस मुहिम का हिस्सा बना और साथ ही परेशानियाँ झेलते हुए भी सरकार का समर्थन किया. पीएम ने देश के नाम सन्देश देते हुए कहा कि –
मुख्यधारा में शामिल होने वाले का स्वागत:
- जो लोग मुख्यधारा में आना चाहते हैं सरकार उनका स्वागत करती है.
- नगद अगर अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में हो तो देश को विकास की ओर आगे बढ़ाता है
- नागरिक नियम और कानून का पालन कर सरकार के साथ मुख्यधारा में वापिस आना चाहते हैं ये अपने आप में एक मिसाल है
- जो लोग मुख्यधारा में आना चाहते हैं सरकार उनका स्वागत करती है
- देश की भलाई के लिए ईमानदारी के आंदोलन को और ताकत देने की जरुरत है
- सरकार के पास दर्ज की गयी जानकारी के मुताबिक सिर्फ 24 लाख लोग ये स्वीकारते हैं कि उनकी सालाना आय 10 लाख से ज्यादा है
- कानून अपना काम करेगा और कठोरता से करेगा, पर ईमानदारों की कठिनाई कम करना हमारी प्राथमिकता
- लोगों को सरकार की व्यवस्था से नौकरशाहों से कठिनाई होती है, यह कटु सत्य है
- नोटबंदी के निर्णय ने नासूर बन चुके आतंकवादी संगठनों की रीढ़ तोड़ कर रख दी है
- चालांकी के रास्ते खोजने वाले बेईमान लोगों के लिए आगे के रास्ते बन्द हो चुके हैं, अब सभी को मुख्यधारा में आना ही होगा.
- एक ओर जहाँ बैंक्स ने दिन रात अच्छा काम किया, वहीँ कुछ लोगों ने बेईमानी भी की.
- इतिहास गवाह है कि बैंकों में इतने कम समय में इतनी धनराशि कभी नहीं आयी थी.
- बैंकों से अनुरोध है कि वो मध्यमवर्ग और गरीब को ध्यान में रखे.
- जब निश्चित लक्ष्य के साथ योजनाएं बनती हैं तो दूरगामी फल मिलते हैं, अच्छे परिणामों की संभावना भी पक्की होती है